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कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में फायर सेफ्टी कार्यशाला सम्पन्न आग लगने के कारण, सुरक्षा उपाय तथा अग्निशमन यंत्रों के उपयोग की दी गई जानकारी

Jila buro Hukum Singh tekam

रायसेन l कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री अरविंद दुबे के निर्देशानुसार फायर सेफ्टी कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें पीआईयू तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा कलेक्ट्रेट भवन में संचालित विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को आग लगने के कारण, बचाव, सुरक्षा उपायों तथा अग्निशमन यंत्रों के उपयोग की विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती अल्का सिंह, अधीक्षक कलेक्ट्रेट कार्यालय सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में कर्मचारियों को बताया गया कि कलेक्ट्रेट कार्यालय में लगे अग्निशमन यंत्रों को उपयोग करने का तरीका बताया जा रहा है। इसको ध्यान से देखें, सुनें, समझें और इसका प्रयोग करना सीखें। यदि कहीं पर घटना होकर आग लग जाए तो घबराएं नहीं, आज जो विधि बतायी जा रही है उसी विधि अनुसार अग्निशमन यंत्र का उपयोग करें और आग को बुझाएं।
कार्यशाला में अग्निशमन यंत्र के उपयोग की जानकारी देते हुए बताया कि सबसे पहले नोजल के पास में लगी सेफ्टी पिन को अलग खींचना है। जिससे यंत्र का नोजल दबाया जा सके। दूसरे स्टेप में एक हाथ में अग्निशमन यंत्र नीचे लटकाते हुए दूसरे हाथ से गैस पाइप, मुंह के पास से थोडा पीछे पकड़कर आग की ओर करना है। इसके पश्चात प्रेशर बॉल्व को ताकत से दबाना है। जिससे पाईप से गैस निकलकर आग को बुछाएगी। इसमें ध्यान रखने वाली दो बातें हैं। एक तो जहां से आग जल रही है, वहां पर गैस पाईप का मुंह करना है। लपटों की ओर नही करना है। दूसरा पाईप को ऊपर-नीचे न करके अगल-बगल चलाना है। आग जलने के स्थान पर मार होने से लपटें अपने आप शांत हो जाएंगी। इसके अतिरिक्त फॉयर सेफ्टी बॉल के बारे में जानकारी दी गई कि आग बुझाने हेतु बॉल का उपयोग करने के लिए आग के अधिक पास जाने की आवश्यकता नहीं होती। दूर से ही बॉल को आग में फेंका जाता है। यह बॉल अधिक तापमान में ब्लास्ट होकर आग को रोकती है।

आग लगने से बचाव हेतु उपाय

कार्यशाला में आग लगने से बचाव की जानकारी देते हुए बताया गया कि स्पार्किंग या वायर के गर्म होने या जलने की बदबू आने पर उपकरण बंद कर देना चाहिए। बिजली की वायरिंग/सप्लाई एवं उपकरण की जांच या सुधार करवाने के उपरांत ही सप्लाई चालू करना चाहिए। उपकरणों से करंट आने पर अर्थिंग व अर्थिंग वायर चेक करवाकर ही उपकरण का उपयोग करना चाहिए। इसी प्रकार एक सॉकेट या सर्किट पर अत्याधिक लोड नहीं दिया जाए तथा सादा सॉकेट पर हैवी मशीन नहीं लगाना चाहिए। डिफेक्टिव उपकरणों का उपयोग नहीं करना चाहिए तथा उन्हें सुधरवाकर ही उपयोग में लाना चाहिए। दस्तावेज, ज्वलनशील केमिकल्स, पदार्थ व वस्तुओं को बिजली के बोर्ड्स एवं एमसीबी बॉक्स व पैनल से दूर रखना चाहिए। इनके अतिरिक्त बाहरी कारणों के लिए तुरंत एमपीईबी को सूचित करना चिहए।

आग लगने पर क्या करें

कार्यशाला में जानकारी दी गई कि आग लगने पर अपने आसपास रखे अग्निशमन यंत्र आग बुझाने वाला सिलिंडर या बॉल का उपयोग करना चाहिए। रेत से भरी बाल्टी का उपयोग आग बुझाने के लिए करें। मेन स्विच, एमसीसीबी, एमसीबी, कटआउट को बंद कर देना चाहिए। आग के समीप नहीं जाना चाहिए व बिना भगदड़ मनाए जगह को रिक्त करना चाहिए।

आग लगने पर क्या ना करें

कार्यशाला में जानकारी दी गई कि बिजली से लगने वाली आग बुझाने में पानी का उपयोग नहीं करना चाहिए। आग बुझाने में किसी भी ज्वलनशील वस्तु का उपयोग ना नहीं करना चाहिए। इसी प्रकार बिजली उपकरणों को हाथ नहीं लगाना चाहिए। रबर के दस्ताने व लकड़ी के डंडे का ही उपयोग करना चाहिए।

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Author: liveindia24x7

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