पीयूष झारिया। लाइव इंडिया न्यूज़
डिंडौरी जिले की सबसे बड़ी तहसील शहपुरा काफी समय से सटोरियों के लिए सट्टा खिलाने हेतु प्रमुख गढ़ बना हुआ हैं, वर्तमान के सटोरिये भी आधुनिक हो चले हैं जो पहले की तरह कागज पर न लिखकर मोबाइल के माध्यम से ही काले कारनामो को अंजाम दे रहे हैं, इन सटोरियों के द्वारा भोले भाले ग्रामीण तथा नगरवासियों से जमकर लूट की जा रही हैं, आमजन अपनी मेहनत की कमाई का एक बड़ा हिस्सा लालच में आकर इन सटोरियों के हवाले कर देते हैं, जिससे इन सट्टा खिलाने वालो का जम कर विकास हो रहा हैं।
ये सटोरिये किन्ही आम व्यापारियों की तरह ही अपनी किराना, फुटवियर तथा पान की दुकानों में बैठ कर वा मानिकपुर रैपुरा कोहनी दुवरी बरगांव मे बैठ कर ही सारे काले कारनामो को अंजाम दे रहे हैं, यह चिन्तनीय विषय हे कि किसका संरक्षण प्राप्त करके ये सटोरिये आमजन को लूटने का कार्य सफलतापूर्वक कर पा रहे है। जिम्मेदारो तथा जनप्रतिनिधियों का इस ओर ध्यान देने की नितांत आवश्यकता है ताकि क्षेत्रवासियों से की जा रही लूट को बंद किया जा सके।