पंच-ज अभियान के तहत कन्नौद न्यायालय परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
न्यायाधीश मंडलोई ने कहा- पौधे का पेड़ बनने तक बच्चों की तरह संरक्षण होना चाहिए
कन्नौद। पंच-ज अभियान के अंतर्गत पर्यावरण को संरक्षित करने के उद्देश्य से तहसील विधिक सेवा समिति एवं अभिभाषक संघ कन्नौद की ओर से शनिवार को पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन न्यायालय परिसर में किया गया।
उक्त जानकारी एडवोकेट शैलेंद्र पांचाल ने देते हुए बताएं कि
विधिक सेवा समिति अध्यक्ष और अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश धीरासिंह मंडलोई मुख्य अतिथि थे । न्यायाधीश मंडलोई ने कहा कि जिस प्रकार शरीर को पोषण के लिए भोजन की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधों की आवश्यकता होती है। हमें पौधे का पेड़ बनने तक बच्चों की तरह संरक्षण करना चाहिए। पेड़-पौधे लगाने के बाद उनका संरक्षण करना भी बहुत जरूरी है।
न्यायाधीश श्रीमती मीना शाह ने कहा कि पेड़-पौधे पर्यावरण की अशुद्धियों को सोख लेते हैं और हमें शुद्ध प्राण दायिनी वायु देते हैं। इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पेड़-पौधे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है। ऋतु चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना अनिवार्य है।
न्यायाधीश श्रीमती नंदनी उईके ने कहा कि वृक्ष इस धरा प्रकृति के आभूषण हैं, वृक्ष के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हरा-भरा संसार हमारे जीवन को हरा भरा बनाता है। हरियाली जीवन में खुशहाली देती है, प्रकृति के आभूषण है वृक्ष पेड़ पौधे इनसे पर्यावरण शुद्ध रहता है और शुद्ध पर्यावरण में ही मानव जीवन संभव है।
पौधारोपण के अवसर पर न्यायाधीश श्रीमति मीना शाह व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड कन्नौद, श्रीमति नंदिनी उईके व्यवहार कनिष्ठ खंड कन्नौद, कुंदन कछवाऐ व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड कन्नौद , व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड कन्नौद
न्यायाधीश सरफराज खान एवं श्री मनोज भंवर अध्यक्ष अभिभाषक संघ, उपाध्यक्ष राम प्रसाद यादव, श्री मती माया पटेल , समस्त अभिभाषकगण एवं समस्त न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित रहे। उक्त जानकारी एडवोकेट शैलेंद्र पांचाल ने दी।
फ़ोटो 01 02 न्यायाधीश एवं अधिवक्ता गण न्यायालय परिसर कन्नौद में पोधारोपण करते हुए।