लाइव इंडिया चीफ ब्यूरो यशवंत धाकड़ खरगोन।
खरगोन जिले के थाना कसरावद में दिनांक 29.06.2024 को सुबह-सुबह पुलिस थाना कसरावद पर सूचना प्राप्त हुई कि, 01 अज्ञात ग्राम सेलनी के पास नहर मे पूल के पास मृत अवस्था मे पड़ा हुआ है । सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया । पुलिस टीम के द्वारा घटनास्थल पर पहुँच कर देखने पर 01 अज्ञात व्यक्ति मृत अवस्था मे नहर मे पड़ा होना पाया गया । मृतक को नहर से बाहर निकाला गया, जिसमे मृतक के सिर पर चोट के निशान दिखे व आसपास भी पुलिस टीम को खून के छीटे दिखाई दिए ।
परिस्थितिजन्य साक्ष्य व प्रथमदृष्टिया घटना मे किसी अज्ञात व्यक्ति व्दारा मृतक की हत्या कर नहर मे फेकना पाया गया । उक्त घटना घटित होने की सूचना से वरिष्ट अधिकारियों को सूचित किया गया व थाना कसरावद पर अपराध क्रमांक 339/24 धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया ।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक खरगोन श्री धर्मराज मीना के निर्देशन में अति.पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री मनोहरसिंह बारीया एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) अनुभाग मंडलेश्वर श्री मनोहर गवली के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी कसरावद निरीक्षक श्री
एम.आर. रोमड़े के नेतृत्व मे टीम का गठन किया जाकर हत्या के आरोपी को शीघ्र से शीघ्र गिरफ़्तारी कर प्रकरण का खुलासा करने हेतु निर्देशित किया गया था ।
गठित पुलिस टीम के द्वारा उक्त घटना पर मृतक के फ़ोटो को आसपास के ग्रामो में सोशल मिडिया के माध्यम से सूचना देकर अज्ञात मृतक की पहचान हेतु प्रचार प्रसार किया गया । परिणामस्वरूप मृतक के शव की पहचान मृतक पवन निवासी ग्राम ईटावदी के नाम से हुई जो कि इंदौर मे मजदूरी करता था । थोड़े दिन पहले ही वहां से काम छोड़ कर वापस आया था । पुलिस टीम ने परिजनों से पूछताछ करने पर मृतक पवन के दिनांक 28.06.24 की दिनचर्या के बारे मे जानकारी ली गई, जिसमे मृतक के जीजा अरुण के द्वारा बताया गया कि, मृतक अपने साडू भाई अनिल निवासी बेसरकुंड के घर से रात्रि 08 बजे के लगभग अपने फूफा ससुर के घर ग्राम जलजोति जाने का बोल कर निकला था परंतु घर नहीं पहुंचा, घर नहीं पहुँचने पर लगातार मृतक को संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु पवन का मोबाईल बंद आने लगा ।
पुलिस टीम के द्वारा मृतक के साडू भाई अनिल से गहन पूछताछ की गई परंतु घटना का कोई सुराग नहीं मिला, मृतक के 28.06.24 को मिलने वाले सभी व्यक्तियों से भी गहन पूछताछ की गई, मृतक के साथ इंदौर मे काम करने वाले, मृतक पवन की पत्नी एवं उसके भाइयों से भी लगातार विस्तृत पूछताछ की गई परंतु पुलिस को उक्त हत्या के प्रकरण मे खुलासे मे कोई सफलता प्राप्त नहीं हो रही थी । अंततः पुलिस टीम के द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर गोपनीय तरीके से मृतक के बारे मे सूचना एकत्रित करने के लिए लगाया गया ।
परिणामस्वरूप मुखबिर पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि, मृतक पवन करीब 01 से 02 माह पहले ग्राम सावदा मे शादी मे आया था, जहां पर उसका विवाद तेरसिंह जो पंकित का साला है, पंकित व संदीप नाम के व्यक्ति से हुआ था और वो उसी समय से मृतक पवन से रंजिश रखते थे । प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम के द्वारा संदीप को उसके घर से लाकर थाने पर पूछताछ की गई व दिनांक 28.06.24 को उसकी दिनचर्या के बारे मे विस्तृत पूछताछ की गई । जिसमे संदीप के द्वारा पुलिस को बार बार गुमराह किया गया व स्पष्ट जानकारी नहीं देने पर उसपर संदेह होने लगा । इधर तेरसिंह और पंकित को जैसे ही पता चला कि संदीप को पुलिस पकड़ कर ले गई है दोनों अपने अपने घर से फरार हो गए जिससे पुलिस को तीनों पर और संदेह होने लगा ।
पुलिस टीम के द्वारा संदीप को मनोवैज्ञानिक व सख्ती से पूछताछ करने पर उसने तेरसिंह और पंकित के साथ मिलकर पवन की हत्या की घटना को कारित करना स्वीकार किया गया । पुलिस टीम के द्वारा आरोपी तेरसिंह के घर से मृतक की मोटरसाइकल, मृतक का मोबाईल व आरोपी संदीप का स्वयं का मोबाईल जप्त किया गया है ।
हत्या करने का कारण
गिरफ़्तारशुदा आरोपी संदीप ने पुलिस को बतया कि, दिनांक 28.06.24 को जब तेरसिंह, पंकित और मै बेसरकुंड से जलजोति जाने वाले रास्ते पर हेडपंप के पास शराब पी रहे थे तब एक मोटर साइकल वाला बैसरकुंड वाले रास्ते से जलज्योति रोड पर आया और रोड के गड्डे में उसकी मोटर सायकल का टायर आने से वो वही गिर गया । हम तीनो ने पास जाकर देखा तो वो मोटर साइकल वाला ईटावदी का रहने वाला पवन वर्मा था । हम तीनो पंकित उर्फ पंकज, तेरसिंग व मैंने उसको उठाया और पवन को पंकित उर्फ पंकज ने बोला कि, तू कहा जा रहा है तो पवन ने बोला में जलजोति जा रहा हूँ । पंकित ने पवन को शराब पीने का बोला पवन राजी हो गया और हम चारों ने मिलकर वहीं शराब पी । पवन पहले से भी शराब पिया हुआ था और शराब पिलाने के बाद पंकित ने पवन को बोला कि तुझे शराब ज्यादा हो गई है, हम तुझे घर छोड देते है ।
तेरसिंग ने पवन कि गाडी सीडी डिलक्स ले ली ओर पवन को बीच मे बिठा लिया पंकित पीछे बैठ गया । मैं (संदीप) तेरसिंग की गाडी पल्सर लेकर पीछे पीछे गया ओर आगे जाकर ग्राम सेलानी के पास बालियापुरा नहर के किनारे वाले कच्चे रास्ते में आगे जाकर सुनसान जगह आने पर हम तीनो ने गाडी रोकी ओर पवन का मोबाइल ले लिया । फिर हम तीनों ने पवन को बोला कि उस दिन शादी मे तूने हमसे झगड़ा किया था, अब तुझे हम देखते है इतना कह कर पंकित ने पवन को पीछे से पकड लिया और तेरसिंग ने वही पर पडे पत्थर से पवन के सिर व मुंह पर वार किया ।
पवन छुटकर भागने लगा तो मैने और पंकित ने मिलकर पवन को पकड लिया फिर तेरसिंग ने पत्थर से पवन को सिर पर मारा पवन के चेहरे व सिर से खुन निकलने लगा फिर हम तीनो ने मिलकर पवन को नीचे नहर में फेक दिया लेकिन पवन नीचे झाडीयो में अटक गया था, तब पंकित व तेरसिंग नीचे गये ओर पवन को झाडी से निकाला तो उसकी साँसे चल रही थी ।
फिर पंकित व तैरसिंग ने पवन को नहर में नीचे ले गये ओर पानी में डुबाकर मार डाला ओर उसका मोबाईल व मोटर साइकल सीडी डिलक्स को लेकर रात में तेरसिंग के घर हसनखेडी खुरमपुरा चले गये थे।