लाइव चीफ ब्यूरो खरगोन ।
क्रांति सूर्य टंट्या भील एवं विधि महाविद्यालय में हुआ दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव का समापन
महाविद्यालय खरगोन में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर आयोजित दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव का समापन 22 जुलाई को भव्य समारोह के साथ हुआ। समारोह का शुभारंभ गुरु पूजन और दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके बाद कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. रविंद्र बर्वे ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए अपने संबोधन में गुरु के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक हैं, वे हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. ललिता बर्गे ने कहा कि गुरु वह तत्व है जो अज्ञान के स्वरूप में फैले अंधेरे का नाश करके ज्ञान के तेज का प्रकाश फैलाता है। ऐसे सद्गुरु का आशीष और सानिध्य पाने के लिए गहरी चाहत और उनके चरणों में अपना सर्वस्व समर्पण करने की आतुरता आवश्यक है। जो मनुष्य सद्गुरु के श्रीचरणों में भक्तिपूर्वक स्वयं को न्यौछावर करने की इच्छा लिए आगे बढ़ते हैं, वे ही गुरु के आशीर्वाद का सच्चा आनंद पाते हैं।
प्राचार्य डॉ. शैल जोशी ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा सदैव यह प्रयास किया जाता है कि विद्यार्थियों में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों का विकास हो सके तथा शिक्षकों और विद्यार्थियों में एक अच्छे संवाद की परंपरा कायम हो सके। डॉ. जीएस चौहान ने गुरु पूर्णिमा उत्सव के सफल आयोजन और विद्यार्थियों की सहभागिता देख हर्ष व्यक्त किया। डॉ. योगेंद्र सिंह चौहान ने विद्यार्थियों को परीक्षा संबंधी तथा छात्र हित में चल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम का आयोजन डॉ. राजू देसाई तथा भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ. जियालाल अकोले, प्रो. ललित भटानिया, डॉ. यूएस बघेल, डॉ. संध्या बटवे, डॉ. सुनैना चौहान, डॉ. जैनुलुद्दीन जिलानी, डॉ. दिनेश चौधरी, डॉ. रेखा शर्मा, मिडिया प्रभारी डॉ. गणेश पाटिल तथा विद्यार्थी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन सुश्री ऐश्वर्या दिलावरे ने किया तथा आभार कार्यक्रम की संयोजक डॉ. गायत्री चौहान ने किया।

Author: liveindia24x7



