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सोहावल बीआरसी की मनमानी आरएसके और सीई जि. पं के आदेश को किया दरकिनार

 

अरुण गर्ग चीफ ब्यूरो लाइव इंडिया

खुद के कार्यालय से पूर्व में जारी आदेशों का नहीं किया अवलोकन

सतना। सर्व शिक्षा अभियान कहने को तो जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर होते हैं लेकिन जिस तरह से सवाल जनपद शिक्षा केंद्र के बीआरसी दिवाकर तिवारी ने राज शिक्षा केंद्र भोपाल के पत्र क्रमांक /राशिके/2001/6420-21 भोपाल दिनांक 23.11.2021 वह राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के पद क्रमांक 1066 दिनांक 11.0 2 . 2022 और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी के प्रति क्रमांक 23.0 8. 2023 आदेशों को दरकिनार करते हुए जनपद शिक्षा केंद्र से एक नया तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया इस पत्र में दोनों तो जिला में संचालक जिला कलेक्टर एवं अपार मिशन संचालक सीईओ जिला पंचायत से अनुमोदन तक लेना उचित नहीं समझा सूत्रों की माने तो इस संबंध में जिला पंचायत कार्यालय शाखा प्रभारी और सर्व शिक्षा अभियान के जिला मिशन संचालक को इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है तो क्या सोहावल जनपद शिक्षा केंद्र बीआरसी दिवाकर तिवारी अपनी मनमर्जी से चला रहे हैं शायद हां क्योंकि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के लिए जिन शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी उनके आदेश में स्पष्ट लिखा गया था कि सहस्त्रता के रूप में पूर्ण कालिक कार्य करेंगे इन शिक्षकों की वेतन व्यवस्थशाला से ही रहेगी उपरोक्त से संबंधों की बैठक जिला स्तर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण कार्यालय विकास खंड स्तर पर विकासखंड स्त्रोत समूह कार्यालय और संकुल स्तर पर जन शिक्षा केंद्र में रहेगी जहां वे नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से ही संबंधित कार्य करेंगे। और अभी तक तो ऐसा ही होता आया है तो फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि सतना जिले के एक ब्लॉक में बीआरसी अपनी मनमानी चलाने के लिए इस तरह से तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं जिससे जिससे साक्षरता मिशन में कार्य कर रहे थे नियुक्त सहसमन्वय किसका आदेश माने राज शिक्षा केंद्र के बाद जिला पंचायत और जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर आदेश सोहावल बीआरसी की मनमानी आरएसके और सीईओ जि. पं के आदेश को किया दरकिनार
खुद के कार्यालय से पूर्व में जारी आदेशों का नहीं किया अवलोकन अरुण गर्ग चीफ ब्यूरो लाइव इंडिया
सतना। सर्व शिक्षा अभियान कहने को तो जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर होते हैं लेकिन जिस तरह से सवाल जनपद शिक्षा केंद्र के बीआरसी दिवाकर तिवारी ने राज शिक्षा केंद्र भोपाल के पत्र क्रमांक /राशिके/2001/6420-21 भोपाल दिनांक 23.11.2021 वह राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के पद क्रमांक 1066 दिनांक 11.0 2 . 2022 और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी के प्रति क्रमांक 23.0 8. 2023 आदेशों को दरकिनार करते हुए जनपद शिक्षा केंद्र से एक नया तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया इस पत्र में दोनों तो जिला में संचालक जिला कलेक्टर एवं अपार मिशन संचालक सीईओ जिला पंचायत से अनुमोदन तक लेना उचित नहीं समझा सूत्रों की माने तो इस संबंध में जिला पंचायत कार्यालय शाखा प्रभारी और सर्व शिक्षा अभियान के जिला मिशन संचालक को इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है तो क्या सोहावल जनपद शिक्षा केंद्र बीआरसी दिवाकर तिवारी अपनी मनमर्जी से चला रहे हैं शायद हां क्योंकि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के लिए जिन शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी उनके आदेश में स्पष्ट लिखा गया था कि सहस्त्रता के रूप में पूर्ण कालिक कार्य करेंगे इन शिक्षकों की वेतन व्यवस्थशाला से ही रहेगी उपरोक्त से संबंधों की बैठक जिला स्तर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण कार्यालय विकास खंड स्तर पर विकासखंड स्त्रोत समूह कार्यालय और संकुल स्तर पर जन शिक्षा केंद्र में रहेगी जहां वे नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से ही संबंधित कार्य करेंगे। और अभी तक तो ऐसोहावल बीआरसी की मनमानी आरएसके और सीईओ जि. पं के आदेश को किया दरकिनार
खुद के कार्यालय से पूर्व में जारी आदेशों का नहीं किया अवलोकन अरुण गर्ग चीफ ब्यूरो लाइव इंडिया
सतना। सर्व शिक्षा अभियान कहने को तो जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर होते हैं लेकिन जिस तरह से सवाल जनपद शिक्षा केंद्र के बीआरसी दिवाकर तिवारी ने राज शिक्षा केंद्र भोपाल के पत्र क्रमांक /राशिके/2001/6420-21 भोपाल दिनांक 23.11.2021 वह राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के पद क्रमांक 1066 दिनांक 11.0 2 . 2022 और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी के प्रति क्रमांक 23.0 8. 2023 आदेशों को दरकिनार करते हुए जनपद शिक्षा केंद्र से एक नया तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया इस पत्र में दोनों तो जिला में संचालक जिला कलेक्टर एवं अपार मिशन संचालक सीईओ जिला पंचायत से अनुमोदन तक लेना उचित नहीं समझा सूत्रों की माने तो इस संबंध में जिला पंचायत कार्यालय शाखा प्रभारी और सर्व शिक्षा अभियान के जिला मिशन संचालक को इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है तो क्या सोहावल जनपद शिक्षा केंद्र बीआरसी दिवाकर तिवारी अपनी मनमर्जी से चला रहे हैं शायद हां क्योंकि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के लिए जिन शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी उनके आदेश में स्पष्ट लिखा गया था कि सहस्त्रता के रूप में पूर्ण कालिक कार्य करेंगे इन शिक्षकों की वेतन व्यवस्थशाला से ही रहेगी उपरोक्त से संबंधों की बैठक जिला स्तर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण कार्यालय विकास खंड स्तर पर विकासखंड स्त्रोत समूह कार्यालय और संकुल स्तर पर जन शिक्षा केंद्र में रहेगी जहां वे नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से ही संबंधित कार्य करेंगे। और अभी तक तो ऐसा ही होता आया है तो फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि सतना जिले के एक ब्लॉक में बीआरसी अपनी मनमानी चलाने के लिए इस तरह से तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं जिससे जिससे साक्षरता मिशन में कार्य कर रहे थे नियुक्त सहसमन्वय किसका आदेश माने राज शिक्षा केंद्र के बाद जिला पंचायत और जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर आदेश का पालन करें या फिर बीआरसी सोहावल की मनमानी पूर्ण आदेश का पालन करें। क्योंकि सतना जिले के अन्य ब्लॉक में किसी भी बीआरसी के द्वारा ऐसी कोई भी आदेश प्रसारित नहीं किए गए तो फिर सोहावल बीआरसी मनमानी के पीछे का कारण क्या है क्योंकि अगर जिला स्तर से कोई आदेश होता तो जिला शिक्षा केंद्र सतना समस्त जनपद शिक्षा केंद्र सभी के लिए आदेश जारी होता
7 ब्लॉक राज शिक्षा केंद्र के आदेशों पर सोहावल ब्लॉक राज दरबारीयो की सलाह से
सतना और मैहर जिला मिलाकर स्कूल शिक्षा विभाग सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत आठ ब्लॉक सामूहिक तौर से अभी कार्य कर रहे हैं जिले में सर्व शिक्षा अभियान के प्रमुख अधिकारी के तौर पर जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के निर्देशों पर सर्व शिक्षा अभियान का संचालन होता है लेकिन जिस तरह से सोहावल जनपद शिक्षा केंद्र में मनमानी ढंग से आए दिन पत्रों का आदान-प्रदान हो रहा है उससे कहीं ना कहीं आदेशों की परिपालन में असमंजस की स्थिति बन जाती है सूत्रों की माने तो दोनों जिलों को मिलाकर आठ जनपद शिक्षा केदो में सात जनपद शिक्षा केंद्र तो राज शिक्षा केंद्र जिला मिशन संचालक के आदेशों पर संचालित हो रहे हैं लेकिन सोहावल ब्लॉक राज दरबारीयो के दिशा निर्देशों पर काम चलता है। जानकार बताते हैं कि इस ब्लॉक में दरबारी के द्वारा राजस्व की व्यवस्था की जाती है जो समय-समय पर प्राइवेट स्कूल संचालकों एवं अन्य माध्यम से राजस्व उगाही का काम करते रहते हैं। इसमें सबसे अहम कड़ी स्कूलों के संबंध में मान्यता एवं फीस प्रति प्रमुख रूप से है बाकी अपने चाहेतो को तरह-तरह से उपकृत करते रहते हैं अब देखना यह होगा कि जिला मिशन संचालक बीआरसी द्वारा जारी इस तरह के मनमानी पत्रों पर क्या कार्रवाई करते हैं। क्योंकि साक्षरता अभियान से जुड़े हुए सहसम्यक किनके आदेशों का पालन करें यह स्थिति स्पष्ट ना होने के कारण अव्यवस्था का कारण बनती है। रही बात ब्लॉक संचालन की दो राज दरबारी राजस्व के हिसाब से व्यवस्था बनाए रहते हैं।सा ही होता आया है तो फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि सतना जिले के एक ब्लॉक में बीआरसी अपनी मनमानी चलाने के लिए इस तरह से तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं जिससे जिससे साक्षरता मिशन में कार्य कर रहे थे नियुक्त सहसमन्वय किसका आदेश माने राज शिक्षा केंद्र के बाद जिला पंचायत और जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर आदेश का पालन करें या फिर बीआरसी सोहावल की मनमानी पूर्ण आदेश का पालन करें। क्योंकि सतना जिले के अन्य ब्लॉक में किसी भी बीआरसी के द्वारा ऐसी कोई भी आदेश प्रसारित नहीं किए गए तो फिर सोहावल बीआरसी मनमानी के पीछे का कारण क्या है क्योंकि अगर जिला स्तर से कोई आदेश होता तो जिला शिक्षा केंद्र सतना समस्त जनपद शिक्षा केंद्र सभी के लिए आदेश जारी होता
7 ब्लॉक राज शिक्षा केंद्र के आदेशों पर सोहावल ब्लॉक राज दरबारीयो की सलाह से
सतना और मैहर जिला मिलाकर स्कूल शिक्षा विभाग सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत आठ ब्लॉक सामूहिक तौर से अभी कार्य कर रहे हैं जिले में सर्व शिक्षा अभियान के प्रमुख अधिकारी के तौर पर जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के निर्देशों पर सर्व शिक्षा अभियान का संचालन होता है लेकिन जिस तरह से सोहावल जनपद शिक्षा केंद्र में मनमानी ढंग से आए दिन पत्रों का आदान-प्रदान हो रहा है उससे कहीं ना कहीं आदेशों की परिपालन में असमंजस की स्थिति बन जाती है सूत्रों की माने तो दोनों जिलों को मिलाकर आठ जनपद शिक्षा केदो में सात जनपद शिक्षा केंद्र तो राज शिक्षा केंद्र जिला मिशन संचालक के आदेशों पर संचालित हो रहे हैं लेकिन सोहावल ब्लॉक राज दरबारीयो के दिशा निर्देशों पर काम चलता है। जानकार बताते हैं कि इस ब्लॉक में दरबारी के द्वारा राजस्व की व्यवस्था की जाती है जो समय-समय पर प्राइवेट स्कूल संचालकों एवं अन्य माध्यम से राजस्व उगाही का काम करते रहते हैं। इसमें सबसे अहम कड़ी स्कूलों के संबंध में मान्यता एवं फीस प्रति प्रमुख रूप से है बाकी अपने चाहेतो को तरह-तरह से उपकृत करते रहते हैं अब देखना यह होगा कि जिला मिशन संचालक बीआरसी द्वारा जारी इस तरह के मनमानी पत्रों पर क्या कार्रवाई करते हैं। क्योंकि साक्षरता अभियान से जुड़े हुए सहसम्यक किनके आदेशों का पालन करें यह स्थिति स्पष्ट ना होने के कारण अव्यवस्था का कारण बनती है। रही बात ब्लॉक संचालन की दो राज दरबारी राजस्व के हिसाब से व्यवस्था बनाए रहते हैं।का पालन करें या फिर बीआरसी सोहावल की मनमानी पूर्ण आदेश का पालन करें। क्योंकि सतना जिले के अन्य ब्लॉक में किसी भी बीआरसी के द्वारा ऐसी कोई भी आदेश प्रसारित नहीं किए गए तो फिर सोहावल बीआरसी मनमानी के पीछे का कारण क्या है क्योंकि अगर जिला स्तर से कोई आदेश होता तो जिला शिक्षा केंद्र सतना समस्त जनपद शिक्षा केंद्र सभी के लिए आदेश जारी होता
7 ब्लॉक राज शिक्षा केंद्र के आदेशों पर सोहावल ब्लॉक राज दरबारीयो की सलाह से
सतना और मैहर जिला मिलाकर स्कूल शिक्षा विभाग सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत आठ ब्लॉक सामूहिक तौर से अभी कार्य कर रहे हैं जिले में सर्व शिक्षा अभियान के प्रमुख अधिकारी के तौर पर जिला मिशन संचालक जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के निर्देशों पर सर्व शिक्षा अभियान का संचालन होता है लेकिन जिस तरह से सोहावल जनपद शिक्षा केंद्र में मनमानी ढंग से आए दिन पत्रों का आदान-प्रदान हो रहा है उससे कहीं ना कहीं आदेशों की परिपालन में असमंजस की स्थिति बन जाती है सूत्रों की माने तो दोनों जिलों को मिलाकर आठ जनपद शिक्षा केदो में सात जनपद शिक्षा केंद्र तो राज शिक्षा केंद्र जिला मिशन संचालक के आदेशों पर संचालित हो रहे हैं लेकिन सोहावल ब्लॉक राज दरबारीयो के दिशा निर्देशों पर काम चलता है। जानकार बताते हैं कि इस ब्लॉक में दरबारी के द्वारा राजस्व की व्यवस्था की जाती है जो समय-समय पर प्राइवेट स्कूल संचालकों एवं अन्य माध्यम से राजस्व उगाही का काम करते रहते हैं। इसमें सबसे अहम कड़ी स्कूलों के संबंध में मान्यता एवं फीस प्रति प्रमुख रूप से है बाकी अपने चाहेतो को तरह-तरह से उपकृत करते रहते हैं अब देखना यह होगा कि जिला मिशन संचालक बीआरसी द्वारा जारी इस तरह के मनमानी पत्रों पर क्या कार्रवाई करते हैं। क्योंकि साक्षरता अभियान से जुड़े हुए सहसम्यक किनके आदेशों का पालन करें यह स्थिति स्पष्ट ना होने के कारण अव्यवस्था का कारण बनती है। रही बात ब्लॉक संचालन की दो राज दरबारी राजस्व के हिसाब से व्यवस्था बनाए रहते हैं।

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Author: liveindia24x7