लाइव चीफ ब्यूरो खरगोन।कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने 29 जुलाई को
अधिकारियों की बैठक लेकर समय सीमा संबंधी प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती रेखा राठौर, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती हेमलता सोलंकी, एसडीएम श्री भास्कर गाचले, डिप्टी कलेक्टर श्री सत्येन्द्र बैरवा एवं सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद पंचायतों के सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उपस्थित थे।
बैठक में सर्वप्रथम सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा की गई। इस दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का त्वरित निराकरण करें और यह शिकायतें संतुष्टि के साथ ही बंद की जाए। जिन विभागों की 50 दिनों से अधिक की शिकायतें निराकरण के लिए लंबित है। उन अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इन शिकायतों के निराकरण के लिए गंभीरता से प्रयास करें और अगली बैठक तक इन शिकायतों का निराकरण हो जाना चाहिए। सीएम हेल्पलाइन की शिकयतों के निराकरण में लापरवाही पाये जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन रोकने एवं उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करने की चेतावनी दी गई।
संक्रामक बीमारी से बचने पानी उबाल कर पीयें
जिले में इन दिनों हो रही अधिक वर्षा को लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गई और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि नदी नालों में बाढ़ की स्थिति पर कड़ी निगरानी रखें। गत वर्ष जिन ग्रामों में बाढ़ आयी थी उन ग्रामों को चिन्हित कर बाढ़ की स्थिति में बचाव एवं राहत के लिए सभी तैयारियां दुरूस्त रखने के निर्देश दिए गए। जिन सड़कों के पुल-पुलियों एवं रपटों पर बाढ़ का पानी आ जाता है वहां पर बैरियर लगाने एवं बाढ़ की स्थिति में किसी को भी पुल-पुलिया या रपटा को पार नहीं करने देने के निर्देश दिए गए। सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र के खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय कर बाढ़ की स्थिति में संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक उपाय करने कहा गया। जल स्त्रातों की सफाई के साथ ही उनमें क्लोरिनीकरण करने के निर्देश दिए गए। आमजन को संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए अपने आस पास स्वच्छता बनाएं रखने तथा पानी को उबाल कर ही पीने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बाढ़ की स्थिति में बचाव एवं राहत के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर बनाएं गए कंट्रोल रूम से सतत सम्पर्क बनाएं रखें। कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त होते ही बचाव दल को तत्काल हरकत में आना है और प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्य के लिए जुट जाना है।
बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि प्राकृतिक आपदा सर्पदंश, आकाशीय बिजली एवं पानी में डूबने से मृत्यु की स्थिति में राहत राशि के प्रकरण दो दिनों के भीतर तैयार कर तीसरे दिन पीड़ित परिवार की खाते में राहत राशि जमा करा देने के निर्देश दिए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ऐसे प्रकरणों में पोस्टमार्टम में विलंब नहीं होना चाहिए। पोस्टमार्टम कराने के बाद रिपोर्ट भी तत्काल देने के निर्देश दिए गए। नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि यदि उनके क्षेत्र में कोई जर्जर मकान है और उसके बारिश में गिरने की संभावना हो तो ऐसे मकानों को जनहानि रोकने के लिए तत्काल गिराने की कार्यवाही करें।