महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप में घिरे बृजभूषण शरण सिंह ने गोंडा में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. न्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में एक कविता के जरिए अपना दर्द भी जाहिर किया.
महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोप से घिरे बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को यूपी के गोंडा में बड़ी रैली कर अपनी ताकत दिखाई. बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि सभी कार्यकर्ताओं माता बहनों को हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूं
उन्होंने कहा कि मीडिया वाले मुझे बड़ी तिरछी नजरों से देख रहे हैं. बृजभूषण ने अपने संबोधन की शुरुआत शायरी से की. बृजभूषण शरण सिंह ने शायरी ‘कभी यश कभी कभी गम, कभी जहर पिया जाता है तब जाकर जमाने में जिया जाता है… इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से नाम लिया जाता है.’ से अपने संबोधन की शुरुआत की.
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हम खुद से सवाल करते हैं. हम कई बार ये सोच नहीं पाते कि क्या खोया, क्या पाया. बृजभूषण ने देश की आजादी के तुरंत बाद पपाकिस्तान के कबाइली हमले, चीन युद्ध का जिक्र कर कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश की आजादी के तुरंत बाद पाकिस्तान ने कबाइली हमला किया और हमारकिया और हमारी 78 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन आज भी पाकिस्तान के कब्जे में है.

Author: liveindia24x7



