गांव – कस्बों में बिक रही अवैध शराब –
शराब माफियाओं को इस बात से कोई फ र्क नहीं पड़ता है लेकिन शहपुरा सहित आसपास के क्षेत्रों में यह व्यापार बेखौफ चल रहा है। पिर प्रशासन बेशक कितनी ही पाबंदियां क्यो न लगा ले। शहपुरा प्रतिनिधि के मुताबिक दिखावे के तौर पर शराब दुकान तो बंद रहती है। किंतु शराब कारोबारी के गुर्गे उक्त दुकान के पीछे और आसपास से इस कारोबार को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
सूत्रों की माने तो शराब का यह अवैध कारोबार शहपुरा क्षेत्र तक ही सीमित नही है। बल्कि अब तो इस कारोबार ने शहपुरा के आसपास के गांव कस्बों तक मे आसान पैठ बना ली है। और बेहद आसानी से आप गांव कस्बों के किसी कोने में बैठ यह शौक बखूबी फर्मा सकते हैं। बता दें कि शहपुरा के आसपास व शहपुरा में शराब का यह अवैध कारोबार पहले भी सुर्खियों में रहा है।
दाम भी मनमाने
नियमतरू शराब एम आर पी और एम एस पी पर ही बेची जा सकती है। लेकिन शहपुरा अंग्रेजी शराब दुकान में प्रारम्भ से ही कारोबारी इनके मनमाने दाम वसूल रहा है। ऐसा नही है कि एक बोतल पर दस बीस रुपये मुनाफा कमाया जा रहा हो। बल्कि सच तो यह है कि एम आर पी और एम एस पी की दर से 50 से 150 रुपये की अतिरिक्त वसूली कारोबारी के गुर्गों के द्वारा की जाती है। फिर जब यही शराब गांव कस्बों में पहुंचती है तो इसमें दस-पचास रुपयों की बढ़ोत्तरी और हो जाती है। जिस पर अंकुश नितान्त आवश्यक है।