अरुण गर्ग चीफ ब्यूरो लाइव इंडिया सतना
बैंक द्वारा कमीशन के स्ट्रक्चर में किए गए बदलाव की वजह से बैंक मित्रों होने वाले
नुकसान एवं बैंक मित्रों के साथ किया जा रहे हैं छलावा इसके लिए बैंक मित्र द्वारा आज कलेक्टर को दिया गया ज्ञापन ज्ञापन में कलेक्टर को अवगत कराया गया कि विगत कई वर्षों से हम बैंक मित्र बनकर बैंक के लिए कार्य कर रहे हैं जिसमें आरंभ में जो नियम शर्त बैंक द्वारा निर्धारित किया गया था उसी के अनुरूप हम सभी बैंक मित्र ने अपना पूर्ण समय देखकर बैंक को आगे बढ़ाने में सहयोग प्रदान किया एवं बैंक द्वारा समय-समय पर किए गए नियम शर्त को भी शहर स्वीकार किया जिसके दूसरे पहलू में भी बैंक मित्रों की तरफ से यदि देखा जाए तो समय के साथ महंगाई तो बड़ी है किंतु बैंक मित्र के आय में कोई वृद्धि नही की गई और आए दिन कटौती की जा रही है जिसके मुख्य कारण श्रेश प्रबंधन द्वारा हमारे कार्य को महत्व ना देना एवं नियम बनाना जिससे हमारी आय में सीधा प्रभाव पड़ा है यदि देखा जाए तो हमने बैंक मित्र ने दिन रात करके पूरे देश में कई करोड़ खाते खोले तब कही प्रधान मंत्री कहने लायक हुए हैं की हमने जन धन के खाते खाते खोले है और देश की जनता को बैंक के सिस्टम से जोड़ने का कार्य किया पर सरकार द्वारा और बैंक हमे इसके विपरीत हमारी आय बैंक द्वारा कटौती की जा रही है जो कि हमारे परिवार के लिए खतरा साबित हो रहा है और हम सिर्फ हमारे परिवार के लिए नहीं बल्कि बहुत बैंक से जुड़े लाखों परिवार को भी प्रभावित करती है मैं इस बात को जोड़ना चाहता हूं कि क्या कोई व्यक्ति प्रतिष्ठित संस्था से जुड़ने के बाद इस स्थिति में आ जाए की अपना पूरा समय देने के बाद भी उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाए बैंक मित्र द्वारा किए गए कार्य का भुगतान नही किया जाता है यदि हमारे आय पर किसी की काली नजर रहती तो यह न्याय संगत नहीं है नए कमिशन स्ट्रक्चर में हुआ बदलाव के हिसाब से 2019 के बाद हमारे द्वारा खोले गए खातों में रकम पर जो कमीशन मिलता था उसे बंद कर दिया गया और हमारे काम को हमारे आईडी से हटा दिया गया जो कि न्याय संगत नहीं है और जबकि उसका कमीशन मिलना चाहिए बैंक मित्र को पुरानी कमिशन स्ट्रक्चर के अनुसार कार्य करने पर प्रत्येक में ₹5000 पेमेंट किया जाता था जिसमें 20 % सर्विस प्रोवाइडर को काटकर 42 00 प्राप्त होते थे जिसे घटकर ₹25000कर दिया गया है समय के साथ बैंक मित्रों की आय को बढ़ाने चाहिए वही हम लोगों की आय में कटौती कर दी गई बैंक मित्रों को यदि डिपॉजिट अथवा अन्य कार्य से कमीशन मिले तो ज्यादा कार्य करने में हम लोग बैंक प्रबंधन का सहयोग मिले पर नए स्ट्रक्चर के हिसाब से बैंक मित्रों का कमीशन कम कर दिया गया जबकि देखा जाए तो ग्राहक हम बनाते हैं और ग्राहक यदि कहीं से भी चाहे तो आधार कार्ड से ट्रांजैक्शन कर सकता है इसके लिए उचित कमीशन नियम बनाना चाहिए जैसे की विभिन्न अन्य बैंकों में ग्राहक संबंधित बैंक की उस संचालक से सिर्फ पैसा निकल जा सकता है उसका कमीशन हमें प्राप्त होना चाहिए जिससे हमारी आय में वृद्धि हो सके जिससे हमारा व्यापार बढ़ सके प्रत्येक बैंक मित्र से अलग से जो कंप्यूटर का कार्य जाता है तो उसका भुगतान प्राप्त नहीं होता है किंतु बैंक अपने टारगेट जैसे एटीएम बांटना इंडोसिस करवाना कैंप में भेजना पुराने ग्राहकों को ढूंढना आदि विभिन्न कार्य को भी करवाती है और हम बैंक मित्र अपना कार्य को बंद करके बैंक का काम करते हैं दिशा निर्देशों जारी किया जाए कि हमें हर कार्य का उचित महंताना मिल सके और जिससे हम अपने परिवार के भरण पोषण के लिए व्यवस्था कर सकें बैंक प्रबंधन द्वारा हमें ₹32000 मशीन लेने के लिए बाध्य कर रहे हैं इसके बहुत सारे बैंक मित्रों में ब्याज में पैसा लेकर कर्ज में मशीन खरीदी है और अब ये हाल लिया है कि उसे उनकी कमीशन जो पहले 15 से ₹20000 आई करती थी अब 5-7000 पर आ गई है सिर्फ नए कमिशन स्ट्रक्चर बदलाव किया है जो न्याय संगत नहीं है और जो की गहन विचार सरकार और बैंक को करना चाहिए द्वारा कई बार बीमा करते हैं उस बीमा में भी हमें कमीशन मिलना चाहिए पर समय के साथ प्रीमियम तो बढ़ गई लेकिन हमारा कमीशन हटा दिया गया जो कि यह भी न्याय संगत नहीं है इसमें भी बैंक को शीश प्रबंधन को सोचना चाहिए जो मशीन बैंक द्वारा लेने के लिए बाध्य किया गया था वह मशीन बैंक से जुड़ी अलग-अलग सर्विस प्रोवाइडर द्वारा प्रदान की गई 28000 30000 32000 में भी बेची जा रही है जो की बैंकिंग प्रबंधन एवं बैंक प्रबंधन के ऊपर सवाल खड़ा करती है जो की बैंक प्रबंधन मजबूर करती है तो कई बैंक मित्रों के खातों को बैंक ब्रांच द्वारा पिछले कई महीने से बंद कर दिए गए हैं जो कि न्याय संगत नहीं है जब यह कार्य बैंक मित्र द्वारा कर पाएगा तब कमीशन मिलेगा उच्च प्रबंधन द्वारा बैंकिंग में सोशल सिक्योरिटी के लिए बीमा करने के लिए बोला जाता है प्रत्येक बैंक मित्र पूर्ण भी करता है किंतु उसे बीमा में जब किसी की डेथ हो जाती है तो क्लेम के लिए व्यक्ति को कई महीने परेशान होना पड़ता है जिससे हम बैंक मित्रों की हमारे द्वारा खोले गए खातों में उसमें आधार लिंक नहीं होता तो ग्राहक को बार-बार ब्रांच जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है खाता खोलते समय ग्राहक का मोबाइल नंबर डाला जाता है लेकिन खाता खोलने के पश्चात मोबाइल नंबर लिंक नहीं रहता है हम सभी बैंक मित्र समस्याओं से आहत होकर समस्त समस्या द्वारा दूर किया सामाजिक सुरक्षा बीमा के लिए अना आवश्यक दबाव हम बैंक मित्र के उपर बनाया जाता है और बैंक बैंक मित्रों की आईडी बंद कर दी जाती है और सभी बैंक मित्रों ने कलेक्टर और सभी बैंक के प्रबंधनों को यह है जानकारी और ज्ञापन के माध्यम से बता दिया गया है अगर बैंक मित्रों समस्या के निदान की कार्यवाही 15 दिवस के अंदर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया हमारे लाखों बैंक मित्र के परिवार सड़क पर आ जाएगा आगामी दिनों में हम सब बैंक मित्र मिलकर प्रधानमंत्री वित्त मंत्री और सांसद महोदय को भी ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया जाएगा