अरविन्द पटेल लाइव इंडिया ब्यूरो जिला इंदौर
सांवेर 7 फरवरी 2023 नगर के केशरीपुरा में नवनिर्मित मंदिर में भगवान चारभुजानाथ की प्राण प्रतिष्ठा का अष्टदिवसीय दिव्य महोत्सव बुधवार को भव्य कलशयात्रा के साथ प्रारंभ के साथ प्रारंभ हो गया . महोत्सव के तहत एक कुण्डीय विष्णु महायज्ञ और पं अर्जुन गौतम के श्रीमुख से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा भी प्रारंभ हो गई क्षत्रिय मेवाड़ा कुमावत समाज केशरीपुरा द्वारा इसी बस्ती में नवनिर्मित मंदिर में भगवान चारभुजानाथ की नवीन प्रतिमा की स्थापना गरुड़जी के संग की जाना है . जयपुर से प्रतिमा भी आ गई है जिनका बस्ती भ्रमण रथ में सुशोभित कर बैंडबाजे के साथ भव्य कलशयात्रा के बीच करवाया गया . चारभुजानाथ के साथ मंदिर परिसर में ही शिव परिवार की भी स्थापना की जा रही है इसलिए शिव परिवार की प्रतिमाओं को भी इसके लाभार्थी घनश्याम मंडलिया और परिवार ने छकड़े में सुशोभित कर इसी कलशयात्रा में शामिल किया गया था . सैंकड़ों महिला पुरुष श्रद्धालुजनों के साथ 101 ताम्र कलशधारी महिलाएं और बग्घी में विराजमान होकर यज्ञाचार्य पं पंकज मंडलोई और भागवताचार्य पं अर्जुन गौतम भी कलशयात्रा में सम्मिलित थे बुधवार को प्रातःकाल में कलश और भागवत महापुराण का पूजन श्रीकृष्ण मंदिर समिति के अध्यक्ष सूर्यकुमार ओस्तवाल द्वारा किए जाने के बाद कलशयात्रा चारभुजानाथ मंदिर से प्रारंभ हुई . बैंडबाजे के साथ कलशधारी सौभाग्यवती महिलाओं और कन्याओं की इस कलशयात्रा के साथ भागवत महापुराण को मस्तक पर धारण कर सूर्यकुमार ओस्तवाल , महायज्ञ के यजमान बाबूलाल घोड़ेला – मनोज घोड़ेला के साथ हेमंत बाथरा , राजकुमार बोहरा , नेमीचंद कारवाल , नेमीचंद मेरावंडिया , सुभाषचंद्र करड़वाल आदि बारी बारी से धारण कर चल रहे थे . यात्रा का घर घर से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया . बस्ती भ्रमण करते हुए कलशयात्रा पुनः मंदिर पर आकर विसर्जित हुई जहां पर महायज्ञ के साथ भागवत कथा प्रारंभ होने जा रही थी भागवत कथा से अमृत्व की प्राप्ति – पं गौतम प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत सप्तदिवसीय संगीतमय श्रीमद् कथा के प्रथम दिवस बुधवार को कथाकार पं अर्जुन गौतम ने श्रीमद् भागवत के महात्म बताते हुए कहा कि भागवत कथा मनुष्य को अमृत्व प्रदान करने वाली है . कथा से मन की व्यथा का नाश होता है . कथा और सत्संग देवदुर्लभ है क्योंकि कथा श्रवण के लिए देवों को भी धरती पर आना पड़ता है या मनुष्य योनि में जन्म लेना पड़ता है . कथा के प्रारंभ में व्यासपीठ का पूजन और विश्राम आरती यजमान सूर्यकुमार ओस्तवाल ने उपस्थितजनों के साथ की . यज्ञाचार्य पं पंकज मंडलोई ने भी प्रतिष्ठा में महायज्ञ के साथ भागवत कथा का औचित्य बताते हुए श्रीमद् भागवत का महत्व बताया . यजमान प्रायश्चित संकल्प , प्रवेश और यज्ञशाला में मंडल निर्माण के साथ एकदिवसीय विष्णु महायज्ञ की भी बुधवार संध्याकाल में एक तरह से शुरुआत हो गई . गुरुवार को देव स्थापना , प्रतिमा जलाधिवास और अग्नि स्थापना के साथ स्वाहाकार प्रारंभ हो जाएगा चित्र प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रारंभ पर निकली कलशयात्रा
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