महेंद्र जायसवाल
बदनावर , उपकृषि मंडी बिडवाल मैं लाइसेंसधारी व्यापारी शामिल नहीं होते हैं अनेक व्यापारियों के पास लाइसेंस बने हुए हैं लेकिन नीलामी मैं शामिल नहीं होते है इसके कारण किसानों को नुक़सान उठाना पड़ता है क्योंकि दो -तीन व्यापारियों के भरोसे पूरी उपज मंडी चल रही है ऐसे में हज़ारों क्विंटल माल दो- तीन व्यापारी की समता के बाहर ख़रीदारी करने से मंडी में मंदी बनी रहती है जो कि उचित नहीं है अगर व्यापारियों के पास लाइसेंस है और ख़रीदारी में भागीदारी नहीं करते हैं तो उनके लाइसेंस का नवीनीकरण किस आधार पर किया जाता है यहाँ विषय गंभीर होकर क़ानूनी प्रतिक्रिया के विपरीत है इस पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए और किसान भाइयों को अपने माल को बेचने में अधिक जल्दी नहीं करनी चाहिए क्योंकि थोड़ी -सी तेज़ी आने पर सम्पूर्ण मीडिया पीछे लग जाता है वर्तमान में मीडिया ने बार- बार तेज़ी की रिपोर्ट बनाकर दिखाई जा रही लहसुन मैं मंदी आने लगी है और धीरे -धीरे करके 1000रु, से रु, 500 रु, कि मंदी प्रतिदिन आ रही है बिडवाल मंडी में 2000 रु, से 2300 रु, के आस- पास गेहूं बीक रहा है और 2100 रु, ओसतभाव बीक रहा है इसलिए मंदी की सम्पूर्ण जानकारी किसान भाई रखें