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सुरक्षित नदी भूमि पर परिषद का अतिक्रमण एवं दुकान बनाकर बेचना, एनजीटी नियमों के विरुद्ध है।

 हुकुम सिंह तेकाम लाईव इंडिया

सुल्तानपुर। नगर के समाजसेवी सुरेश श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति में बतलाया है कि, नगर परिषद सुल्तानपुर ने नगर के मध्य जीवनदायनी पलकमती नदी के किनारे, पूर्व से बने हुए अतिक्रमण को नोटिस देकर तुड़वाया है इससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि नगर परिषद द्वारा नदी के पास फैले अतिक्रमण को हटाया जा रहा है परंतु परिषद ने स्वयं अतिक्रमण हटाते हुए अतिक्रमण को बड़ा रूप देकर वहां दो दर्जन से अधिक दुकानें बना दी,अब परिषद ही स्वयं दुकान बनाकर बेच रहा है, जहां एक और नगर परिषद द्वारा नगर में करोड़ों के विकास कार्य किया जा रहे हैं वहीं विकास के नाम पर शासन की भूमि पर कब्जा कर नियमों के विरुद्ध दुकानें बनाकर बेचना यह कहां तक उचित है, एवं उक्त निर्मित दुकान बनाने में एवं बेचने में एनजीटी के दिशा निर्देशों का कहीं कोई पालन नहीं किया गया है शासन के उक्त नियमों का पालन न करते हुए नगर परिषद द्वारा मोटे दामों में दुकान लगभग बेच दी गई है।

उनका यह भी कहना है कि एक तरफ एनजीटी द्वारा भोपाल की कलियासोत नदी सहित प्रदेश भर की नदी के दोनों ओर भूमि 33 मीटर यानी 100 फीट पर कब्जाधारी लोगों का अतिक्रमण हटवा रही है, वहीं सुल्तानपुर की नगर परिषद स्वयं उक्त स्थान पर नदी किनारे पर अतिक्रमण करके, दुकानें बनवा कर विक्रय कर रहा है। नगर परिषद को पर्यावरण एवं नदी की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए एनजीटी के नियमों का पालन करना था, इस और नगर परिषद अधिकारी नगर परिषद उप यंत्री सरकारी जिम्मेदार व्यक्ति होने के बाद भी इतनी बड़ी लापरवाही कैसे कर सकते है जिला एवं स्थानीय प्रशासन संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करें ऐसी सुरेश श्रीवास्तव ने शासन से मांग की है। पालक मति नदी को बचाने एवं नगर की स्वच्छता तथा पर्यावरण को बचाने हेतु जनहित में सर्वोपरि है नगर का विकास हो,साथ खून पसीने की कमाई से दुकानदारों द्वारा खरीदी गई दुकानें भविष्य में टूटने से बची रहे एवं दुकान क्रेताओं के साथ छल-कपट ना हो । साथ ही नगर का गंदा पानी नालियों से पलकमती नदी में जा रहा है जिससे पलकमती नदी गंदा नाला बनती जा रही है, इस क्षेत्र में नगर परिषद को कदम उठाना चाहिए! ना की इस क्षेत्र में अतिक्रमण करते हुए नगर की पलक माति नदी का संरक्षण ना करते हुए उसे पर अतिक्रमण करना चाहिए ! यह एनजीटी नियम के खिलाफ है इस पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए !

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Author: liveindia24x7

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