लाइव इंडिया ब्यूरो संजय कुमार गौतम
चित्रकूट : 04 मई को भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय कामरेड अतुल अंजान के निधन पर भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी कैंप कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित कर कामरेड.अतुल अंजान अमर रहें , कामरेड अतुल अंजान को लाल सलाम के नारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। कामरेड अमित यादव एड ने कहा कि का. अतुल एक जमींदार घराने के बेटा होते हुए भी एशो-आराम त्याग कर मेहनतकशों, किसानों व गरीबों की लड़ाई आजीवन लड़ते रहे। वे उत्तर भारत के बड़े वाम नेता के रूप में मुखर होकर किसानों के लिए लड़ाई लड़े। कृषि कानूनों को निरस्त कराने में उनकी अग्रणी भूमिका रही। वे एक प्रभावशाली बेबाकी से अपनी बात रखने वाले इंसाफ पसंद व्यक्ति थे तथा उन्हें आधा दर्जन भाषाओं की जानकारी थी। उनके निधन से वाम आंदोलनों को गहरी क्षति पहुंची है जिसकी भरपाई होना मुश्किल है । का रामचन्द्र सरस ने कहा कि अंजान छात्र राजनीति में भी खासे लोकप्रिय नेता रहे। वे हमेशा किसानों, नौजवानों की बात रख दिशा देने का काम करते थे।वे छात्र राजनीति के दौरान ही वामपंथी दल में शामिल हुए। उनके पिता भी देश को आजाद कराने में जेल गए थे। श्रद्धांजलि सभा में कामरेड. रामप्रसाद सिंह, कामरेड.मदन भाई पटेल, कामरेड कमलेश, कामरेड. संदीप कुमार पाण्डेय, कामरेड.सुशील, कामरेड शिवबरन, कामरेड.रामू यादव, कामरेड महेंद्र प्रताप,का.कल्लू,सोनू सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।