एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पारित करने की मांग को लेकर आंदोलित वकीलों ने राज्य व्यापी अभियान के तहत आज 9वें दिन भी वकीलों ने कोर्ट में उपस्थिति नहीं दी और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन एडीएम शिवपाल जाट को सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि पूरे राजस्थान में अधिवक्ता लम्बे समय से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट पारित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार द्वारा यह एक्ट विधान सभा में पारित नहीं किया जा रहा है जबकि अधिवक्ताओं के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जिससे अधिवक्ताओं को न्यायालयों में उपस्थित होकर मुकदमों की पैरवी करना मुश्किल हो गया है और अधिवक्ता अपने आपको असुरक्षित व असहज महसूस कर रहे है।
18 फरवरी को जोधपुर में अधिवक्ता जुगराज चौहान की दिन दहाडे़, बीच सडक पर नृशंस हत्या कर दी गई, जिससे अधिवक्ताओं में भारी रोष है। ज्ञापन में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट शीघ्र पारित करने, अधिवक्ता के परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने तथा अधिवक्ता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा अधिवक्ताओं को आत्मसुरक्षा के लिए हथियार का लाइसेंस दिलवाने की मांग की गई है।
इस अवसर पर अध्यक्ष भंवरलाल जोशी, महासचिव सिकंदर घोसी, प्रेमप्रकाश विश्नोई, कृष्णकांत चाण्डा, उगराराम विश्नोई सहित काफी संख्या में वकील उपस्थित थे।