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जीआरपी पुलिस ने छात्रों को दिया थर्ड डिग्री छात्रों की हालत गंभीर – जिला अस्पताल में भर्ती जॉच के नाम पर की जा रही लीपापोती

लाइव इंडिया ब्यूरो संजय कुमार गौतम 

चित्रकूट :घर से लड़ाई कर निकले छात्र को रेलवे स्टेशन कर्वी ढूंढने पहुंचे युवकों को जीआरपी ने पकड़ कर थर्ड डिग्री दिया। बिना प्लेटफार्म टिकट घूमने के आरोप में छात्र के भाई और मामा की बेरहमी से पिटाई की। घर को फोन भी नहीं करने दिया। आश्चर्य की बात यह कि जिसको ढूंढने वे लोग वहां गए थे, वह भी जीआरपी की गिरफ्त में था। जानकारी मिलने पर परिजन पहुंचे तो पिटे युवकों ने रो रोकर पूरीघटना बताई। इस पर ये लोग कोतवाली पहुंचे। कोतवाली में मामले को दबाने का प्रयास किया जाने लगा। अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई जानकारी के अनुसार, चित्रकूट जिले की सीमा पर स्थित मप्र के नयागांव थाने के छीरपुरवा गांव निवासी ओमप्रकाश वर्मा ने बताया कि उसका भाई ओमनारायण रविवार को घर से गुस्साकर चला आया था। उसे ढूंढने वह अपने मामा रितुराज वर्मा के साथ चित्रकूटधाम रेलवे स्टेशन आया था। बताया कि प्लेटफार्म पर वे लोग उसे ढूंढ ही रहे थे कि जीआरपी का एक दरोगा व अन्य पुलिसकर्मी वहां पहुंचा और उनसे पूछा कि क्यों घूम रहे हो। जब उन लोगों ने बताया कि वे ओम को ढूंढ रहे हैं तो दरोगा ने कहा कि यहां से भाग जाओ पीड़ित छात्र ने कहा कि अगर मेरा भाई कहीं चला जाएगा तो आप जिम्मेदार होंगे। इस पर पुलिसकर्मी ने प्लेटफार्म टिकट होने की बात पूछी। युवकों के यह कहने पर कि उनको यह नहीं मालूम कि प्लेटफार्म टिकट लेना होता है। इसके बाद वे प्लेटफार्म टिकट लेने जाने को बढ़े तो पुलिसकर्मियों ने उनको पकड़ लिया और मारतेपीटते हुए जीआरपी थाने ले गए पीड़ित ने बताया कि वहां पुलिसकर्मियों ने रातभर उनको गालीगलौज करते मारापीटा। इतना पीटा कि नाक और कान से खून बहने लगा। बाद में ये लोग कोतवाली पहुंचे। मामला गरमाता देख वहां समझौते का प्रयास होने लगा। अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। हालांकि जानकारी के अनुसार, पुलिस युवकों का मेडिकल परीक्षण करा रही है। दूसरे पीड़ित अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पुलिस अधीक्षक चित्रकूट कार्यालय पहुंचे,ओमप्रकाश ने बताया कि उसका भाई ओमनारायण भी वहीं पर बंद था। इसके बाद भी पुलिसवालों ने उनको नहीं बताया। ओमनारायण को भी पुलिसवालों ने पीटा था। बताया कि पुलिसवाले कपड़े बदल बदलकर मार रहे थे

ओमनारायण ने बताया कि वह स्टेशन आया था तो शाम सात बजे जीआरपी ने उसको पकड़ लिया था। बताया कि उसको भी पुलिसवालों ने मारापीटा था। इतना मारापीटा कि नाक और कान से खून निकलने लगा। स्वेटर उतरवा लिया और बेंच पर लिटाकर मारापीटा तीनों ने बताया कि वे छात्र हैं तीनों भुक्तभोगी युवक छात्र हैं। घर से भागे ओमनारायण ने बताया कि वह कामतन स्कूल नयागांव (मप्र) में कक्षा नौ का छात्र है ओमप्रकाश महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विवि में बीए (फाइन आर्ट) में प्रथम वर्ष में पढ़ता है। ओमनारायण का मामा राज वर्मा चित्रकूट इंटर कालेज में ग्यारहवीं का छात्र है।  पीड़ित छात्र के पिता ने कहा ओमनारायण की मां ने मैच खेलने जाने की वजह से उसको दो थापड़ मार दिए थे इस पर वह घर से चला गया था। धनराज और ओमप्रकाश उसे ढूंढने गए थे। तीनों को पुलिस ने मारापीटा। रात 11 बजे जीआरपी से उसके पास फोन पहुंचा तब वह थाने पहुंचा। उसने बताया कि जब पुलिसवालों से यह पूछा कि आपने इनको क्यों मारा तो पुलिसवालों का कहना था कि ये साले, हमसे अभद्रता से बात कर रहे थे परिजनों को बुलाकर सुपुर्द किया उधर, जीआरपी प्रभारी त्रिपुरेश कौशिक ने पूरे मामले में किसी जानकारी से इंकार किया उन्होंने कहा कि तीनों संदिग्ध अवस्था में स्टेशन में घूम रहे थे और इनको परिजनों को बुलाकर उनको सकुशल सौंप दिया गया था। उन्होंने कहा कि इनके साथ कोई भी मारपीट नहीं की गई। पता नहीं ये कैसे कह रहे हैं जीआरपी सी ओ झांसी उक्त घटना की जॉच कर रहे हैं। अब सवाल है कि जॉच में दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही होती है या फिर जीआरपी अधिकारी द्वारा अपने विभाग के लोगों द्वारा किए गए कुकृत्य को छिपाने या मामले की लीपापोती की जाएगी

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Author: liveindia24x7

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