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श्री सिद्धनाथ धाम जहां सतपुडा के पहाड़ो पर बारह महीनों बहता है पानी

संवाददाता – अनमोल राठौर

पाताल गंगा के पानी के स्नान से हटते हैं चर्मरोग

नर्मदापुरम जिले में सतपुडा की वादियों में अपार संभावनाएं है पर्यटन में साथ ही इन अपार संभावनाओं के बीच ऐसे कई स्थान हैं जो पर्यटन के लिए ओर पर्यटकों के लिए नया अनुभव भी लेकर आएगा साथ ही पर्यटन में अपार संभावनाओं में नया पर्यटन के साथ क्षेत्रों का विकास ही नही नया रोजगार भी उपलब्ध कराएगा बस एक पहल प्रशासन की ओर मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग की इस क्षेत्र में बड़ा बदलाव ओर विकास लाएगा । मध्यप्रदेश एवं जिले के प्रसिद्ध पर्यटन मढ़ई के नजदीक ऐसे ही सतपुडा की पहाड़ियों में प्रकृति के अदभुत नजारों के बीच सोहागपुर के नजदीक पर्यटन स्थल मढ़ई के रास्ते मे श्री सिद्ध नाथ धाम के नाम की एक पवित्र स्थान है जहां पर महादेव का मंदिर है। जो सतपुडा के पहाड़ों के बीच स्थित है श्री सिद्धनाथ धाम जगह के बारे में स्थानीय लोगों एवं पुजारी द्वारा बताया जाता है कि इस स्थान पर बहुत समय से एक पानी का स्थान है जिसे पाताल गंगा के नाम से जाना जाता है यहां से दूर दूर तक पानी नही है लेकिन यह स्थान ऐसा है जहां पर पानी की ऐसी झिर जो कभी बंद नही होती इससे कितना भी पानी निकालो कम नही होता है इस पानी के स्नान से चर्मरोग की बीमारियां भी हटती है यहां पर जंगल के जानवर पानी पीने पहुंचते हैं यही नहीं यहां पर प्रसिद्ध श्री सिद्धनाथ धाम के स्थान पर जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर पहुंचता है उसकी मनोरथ पूर्ण होती है इस जगह भरता है महाशिवरात्रि पर मेला जिसकी सम्पूर्ण देखरेख यहाँ की समिति ही करती है नर्मदापुरम जिला प्रशासन द्वारा समिति से बात की गई है जल्द ही इसका प्रपोसल बनाकर मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड को दिया जाएगा ताकि इस जगह पर धार्मिक पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाई जा सके ।

सिद्धनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए हवाई मार्ग से भोपाल पहुंचकर सड़क मार्ग के माध्यम से वहां पहुंचा जा सकता है नर्मदापुरम से 62 किलोमीटर इटारसी से मात्र 76 किलोमीटर ओर भोपाल से 135 किलोमीटर पर इन स्थानो से श्री सिद्धनाथ बाबा मंदिर तक आसानी से स्वयं के एवं किराये के साधनों से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।

सिद्धनाथ बाबा के नजदीकी पर्यटन स्थल मढ़ई,नर्मदापुरम का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल विश्व प्रसिद्ध नर्मदा जी का सेठानी घाट,पचमढ़ी,जैसे अन्य पर्यटन भी मौजूद है यहां पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए एक नया पर्यटन भी मिल सकेगा साथ ही होगा क्षेत्र का विकास ओर पर्यटकों को स्थानीय व्यंजनों एवं पारंपरिक संस्कृति का अनुभव भी ले सकेंगे साथ ही पर्यटकों की आवाजाही से मिलेगा लोगो को रोजगार ओर क्षेत्र का होगा विकास

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Author: liveindia24x7

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