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मासूम बच्ची ज़िंदगी और मौत के बीच कर रही है संघर्ष

और मानवीय जीवन का उनकी नज़र में कोई महत्व नहीं है,बच्ची ज़िंधार, ब्यूरो चीफ़ सुनील कुमार विश्वकर्मा

बदनावर।11/05/2024, इंद्रावल में निविदित्या धाकड आयु 12 वर्ष कार्य पढ़ाई कक्षा छठी मैं पढती है, और पांचवीं कक्षा उत्तीर्ण करने की ख़ुशी के साथ कुछ बनने के सपने लिए जीवन में आगे बढ़ने का कार्य कर रही थी लेकिन बच्ची को क्या पता था कि घर में ही वहाँ असुरक्षित है

घर की छत पर बच्ची खेल रही थी और अचानक हाई टेंशन लाइन का करंट पूरे मकान में फैल गया, जिससे बच्ची के दोनों हाथ और पैर पूरी तरह ख़राब हो गए, माँ बच्ची को बचाने गई तो वह भी घायल हो गई, गाँव के बीचों-बीच लगे हाई टेंशन लाइट के तार अक्सर दुर्घटना होने का कारण बन रहे हैं, अनेक बार ऐसी घटनाएँ घटित हो चुकी है, ग्रामीणों ने अधिकारियों से निवेदन किया है कि उक्त लाइट को गाँव बाहर करके छोटी लाइट की सप्लाई न की जाए, उक्त घटना की विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को जानकारी है ,लेकिन कोई अधिकारी ना तो घायल बच्ची और माँ को देखने हॉस्पिटल में गया, और ना ही गाँव कोई जानकारी जुटाने या पीड़ित परिवार से मिलने आया, इस प्रकार मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों की गंभीर लापरवाहीदगी और मौत के बीच इंदौर के चौथ राम हॉस्पिटल में संघर्ष कर रही है, ख़बर भेजने तक किसी अधिकारी ने घटना स्थल के मौक़े का मुआयना नहीं किया है।

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Author: liveindia24x7

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