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उल्टी-दस्त रोग से बचाव के लिए सावधानी एवं सर्तकता बरतने की सलाह

लाइव चीफ ब्यूरो यशवंत धाकड़ खरगोन।

 

वर्षा ऋतु के दौरान खान-पान में साफ-सफाई, सतर्कता एवं सावधानी नहीं बरतने पर आम जन के उल्टी-दस्त के रोग से प्रभावित होने एवं महामारी फैलने की संभावना रहती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में वर्षा ऋतु के दिनों में संक्रामक रोगों को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किये गये हैं।  

 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएस सिसोदिया ने इस संबंध में बताया कि वर्षा ऋतु में उल्टी-दस्त रोग होने की संभावना अधिक होती हैं क्योकि दूषित पानी पीने एवं दूषित खान पान से उल्टी-दस्त रोग शीघ्रता से फैलने से महामारी का रूप धारण कर सकता हैं। यह रोग इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि शरीर से पानी निकल जाने से मृत्यु भी हो सकती हैं। उल्टी-दस्त रोग एवं अन्य संक्रामक बीमारी महामारी हो सकती हैं।

 

आम जनता को सलाह दी गई है कि उल्टी-दस्त रोग की रोकथाम के लिए प्रायः शुद्ध पेयजल एवं शुद्ध भोजन का सेवन करें। सड़े-गले फल एवं खाद्य पदार्थों का उपयोग न करें, खाना खाने से पहले एवं शौच के बाद साबुन से हाथ धोयें, खुले में शौच न करें, शौचालय का उपयोग करें, घर के आस-पास साफ-सफाई रखें, खाने पीने की वस्तुओं को ढंककर रखें, हरी सब्जी एवं फलों को पानी से धोकर उपयोग करें। घरों के आसपास पानी एकत्र न होने दें, क्योंकि उससे मच्छर पैदा होते हैं। जनता को सलाह दी गई है कि उल्टी-दस्त होने पर तुरन्त चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें । जिले की सभी स्वास्य्ज संस्थाओं में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में दवायें एवं अन्य सामग्री उपलब्ध है। जिले के शासकीय, निजी अस्पताल एवं पंजीकृत प्राईवेट प्रेक्टिसनर जो अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवायें दे रहें हैं, उन्हें निर्देश दिए गये हैं कि उल्टी-दस्त से पीडित मरीजों को प्राथमिकता से उपचार प्रदान करें।

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Author: liveindia24x7

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