जिले में पंचायत स्तर पर संचालित ग्रामीण माध्यमिक सरकारी ग्रामीण विद्यालयों की दुर्दशा अब जल्दी ही बदलेगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने जिले के पंचायत स्तर के 355 विद्यालयों काे आदर्श विद्यालय योजनांतर्गत चयनित किया है। इन ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में शहरी विद्यालयों की तरह सभी सुविधाएं मिलेंगी। इस वजह से निदेशालय ने चयनित ग्रामीण आदर्श विद्यालयों को शहरी आदर्श विद्यालय योजनांतर्गत संचालित व विकसित करने के आदेश दिए हैं।
राज्य सरकार की आदर्श विद्यालय योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक राजकीय विद्यालय को चयनित कर विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत 355 विद्यालयों का चयन किया गया है, जो कि सभी सीनियर सैकंडरी विद्यालय हैं। इन सभी विद्यालयों में शहर में संचालित विद्यालयों की तरह सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए आवश्यक बजट भी दिया जाएगा और व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। ये वह सुविधाएं होंगी, जो स्टूडेंट्स की बेहतर पढ़ाई के लिए आवश्यक है। इससे विद्यालय में पढ़ाई का स्तर सुधरेगा और रिजल्ट भी बेहतर ही आएंगे।
समसा एडीपीसी अनित कुमार शर्मा ने बताया कि आदर्श विद्यालय योजनांतर्गत भरतपुर जिले में पंचायत स्तर के 355 ग्रामीण सरकारी विद्यालयों को चयनित किया है, जहां शहरी विद्यालयों की तरह सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
पंचायत स्तर पर चयनित विद्यालयों में ये सुविधाएं मिलेंगी
पंचायत स्तर पर चयनित ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में इंटरनेट सुविधा, कम्प्यूटर लैब, साइंस लैब, व्यावसायिक शिक्षा संचालित है तो वोकेशनल लैब, पुरुष व स्त्री के अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था, पुस्तकालय, विकसित खेल मैदान व खेल सामग्री, फर्नीचर, छोटे बच्चों को पढ़ाई के लिए एबीएल व्यवस्था, विद्यालय की चारदीवारी आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी और पढ़ाई के लिए शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा जाएगा। जिससे ग्रामीण स्कूलों को बच्चों को बेहतर सुविधा मिल सकें।
सबसे अधिक नगर के 37 और सबसे कम उच्चैन के 18 विद्यालय चयनित
जिले में चयनित 355 विद्यालयों में सबसे अधिक नगर ब्लाक क्षेत्र के 37 और सबसे कम उच्चैन क्षेत्र के 18 विद्यालय चयनित किए गए हैं। इनमें कामां-25, पहाड़ी-27, नगर-37, डीग-36, कुम्हेर-36, उच्चैन-18, सेवर-30, नदबई-32, भुसावर-21, वैर-21, बयाना-43, रूपवास-29 चयनित किए गए हैं।