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क्रेडिट कार्ड की जगह बैंक जारी कर सकेंगे क्रेडिट लाइन:ये एक तरह का डिजिटल क्रेडिट कार्ड होगा, इसका इस्तेमाल UPI के जरिए किया जा सकेगा

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को बताया कि बैंकों की प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइंस से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को जोड़ा जाएगा। वहीं RBI और नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) UPI अरेंजमेंट के लिए कई देशों के साथ चर्चा भी कर रहे हैं। इससे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के फुटप्रिंट में इजाफा होगा। RBI गवर्नर ने गुरुवार को मॉनेटरी पॉलिसी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बात कही।

भारत-सिंगापुर के बीच क्रॉस-बार्डर पेमेंट की शुरुआत
2 महीने पहले पीएम नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के पीएम ली हसीन लूंग ने भारत और सिंगापुर के बीच क्रॉस-बार्डर पेमेंट कनेक्टिविटी की शुरुआत की थी। इसके लिए UPI को सिंगापुर के पेनाऊ (PayNow) से जोड़ा गया है। दोनों देशों के लोग QR कोड या अपने बैंक खातों से जुड़े मोबाइल नंबर के जरिए तुरंत (रियल टाइम) पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। ये सर्विस 24×7 उपलब्ध है।

पीएम नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के पीएम ली सीन लूंग ने 21 फरवरी, 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यूपीआई-पेनाउ लिंकेज लॉन्च किया
पीएम नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के पीएम ली सीन लूंग ने 21 फरवरी, 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यूपीआई-पेनाउ लिंकेज लॉन्च किया

प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइंस से UPI को जोड़ा जाएगा
RBI गवर्नरने UPI के जरिए बैंकों की और से प्री अप्रूव्ड क्रेडिट लाइनों के ऑपरेशन की अनुमति देकर UPI के दायरे का विस्तार करने का प्रस्ताव भी दिया। यानी एक तरह से आपके पास एक डिजिटल क्रेडिट कार्ड होगा जिसका इस्तेमाल आप यूपीआई के जरिए कर सकेंगे।

यस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड और लीड एनालिस्ट शिवाजी थपलियाल के मुताबिक, बैंक अब फिजिकल की जगह डिजिटल क्रेडिट कार्ड ऑफर कर सकेंगे। इसमें पीओएस/स्वाइप मशीन जैसे एक्सपेंसिव फिजिकल एक्सेप्टेंस इंफ्रास्ट्रक्चर की भी जरूरत नहीं होगी।

ग्राहकों को कैसे होगा फायदा?

  • ग्राहकों को अलग-अलग कार्ड कैरी नहीं करना पड़ेगा। अपने मोबाइल से ही यूपीआई के जरिए पेमेंट कर सकेंगे।
  • समय की बचत होगी। क्रेडिट कार्ड बनने में थोड़ा समय लगता है। क्रेडिट लाइन अप्रूवल के बाद तुरंत मिल जाएगी।
  • पॉइंट-ऑफ-परचेज क्रेडिट एक्सपीरियंस सीमलेस हो जाएगा। ये BNPL सेक्टर में ट्रांसफॉरमेशनल ग्रोथ ला सकता है।

2016 में हुई UPI की शुरुआत
2016 में UPI की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। UPI ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता। पेनाऊ सिंगापुर में एसोसिएशन ऑफ बैंक्स द्वारा विकसित UPI की तरह का ही एक पेमेंट सिस्टम है।

भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं।

UPI से जुड़ी खास बातें

  • UPI सिस्‍टम रियल टाइम फंड ट्रांसफर करता है। एक एप्लीकेशन में कई बैंक अकाउंट लिंक किए जा सकते हैं।
  • किसी को पैसा भेजने के लिए आपको सिर्फ उसके मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर या UPI आईडी की जरूरत पड़ती है।
  • UPI को IMPS के मॉडल पर डेवलप किया गया है। इसलिए UPI ऐप के जरिए आप 24×7 बैंकिंग कर सकते हैं।
  • UPI से ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ओटीपी, सीवीवी कोड, कार्ड नंबर, एक्‍सपायरी डेट आदि की जरूरत नहीं होती।
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Author: liveindia24x7