कोतमा हाइवे में स्थित केशवाही तिराहे के पास लगाए गए नगर पालिका के द्वारा स्टॉपर को लेकर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मोहिनी वर्मा ने कहीं है कि जहां पर नगर पालिका के द्वारा स्टॉपर लगाए गए हैं वहां पर लाइट की व्यवस्था की जाए। जिससे हाईवे में आने जाने वाले लोगों को आसानी से दिख सके कि आगे स्टॉपर है। और अपनी वाहन को धीमा कर सके अगर जल्द से जल्द वहां पर लाइट नहीं लगाया गया तो आने वाले दिनों में दुर्घटनाएं बढ़ेगी इस ओर नगर पालिका प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है। शहडोल संभाग से लेकर छत्तीसगढ़ के बॉर्डर तक बनी एन एच 43 मैं आए दिन घटना घटित हो रही है। एन एच 43 मैं आने वाले लोगों को नहीं पता है कि कहां पर तिराहा है और कहां पर चौराहा है, वो अपनी गाड़ियों को फुल रफ्तार से लेकर आते हैं लेकिन चाहे वह केशवाही चौराहा हो या निगवानी चौराहा या शुक्ला ढाबा आए दिन घटना घटित होते चली आ रही है, हाल ही में वार्ड नंबर 5 का निवासी लाला घटना का शिकार हो गया उसके बाद जमुना गेट में एक किशोर को पिकअप वाहन ने टक्कर मारा और नौ दो ग्यारह को सोचा वही पुलिस पकड़ आगे की कार्यवाही की। हाल ही के दिनों में कोतमा का प्रतिष्ठित व्यापारी मनीष गुप्ता को बोलेरो ने ठोकर मारी और मनीष भी दुर्घटना का शिकार हो गया वही कोतमा नगर में मातम सा छा गया था, इस दौरान कोतमा बजरंग दल टीम ने एसडीएम को ज्ञापन देते हुए चौराहों पर स्टॉपर लगाने की बात कही थी। एसडीएम और नगर पालिका संज्ञान लेते हुए हर चौराहे पर स्टॉपर लगवा दिए लेकिन वहीं कुछ लोगों का कहना है कि रात में आते समय स्टॉपर दिखाई नहीं देता है। जिससे नगर पालिका को स्टॉपर के जगह पर लाइट लगवाने की आवश्यकता है ताकि आने वाले समय में किसी भी प्रकार की दुर्घटना ना हो और रात में लोगों को स्टॉपर अच्छे से दिखाई दे।।