पांढुरना में सोमवार की सुबह से बारिश से मौसम का मिजाज अचानक बदल गया रात भर बारिश का दौर रुक रुक कर चलता रहा सुबह भी रिमझिम बारिश का दौर चला परंतु रिमझिम बारिश के चलते पड़ाना नगर के पंचशील चौक से लेकर तीन शेर चौक तक बारिश के कारण कीचड़ का दिखा माहौल दोपहर में धूप खिली एवं हम फार पानी की फुवारे गिरी क्योंकि क्षेत्र में रबी की फसलों के लिए की यह पहली बारिश हैं जो फसलों के लिए अमृत मानी जाती है जिसमें सर्दी बढ़ गई मौसम में ठंड का असर बढ़ने से लोग घरों में कैद होकर रह गए वहीं सरसों की खेती करने वाले किसानों को इसका सबसे अधिक फायदा मिला है आंचल में किसानों के चेहरे खिले हुए नजर आए क्योंकि अधिकांश किसानों के ट्यूबवेल एवं कुओं ने पानी के अभाव में दम तोड़ दिया था तथा रुक-रुक कर थोड़ी बहुत खेतों की सिंचाई कर रहे थे किसान उमेश नानोटकर ने कहा यह पानी नहीं फसलों के लिए अमृत के समान है इस समय फसल को बारिश की बेहद आवश्यकता थी जो की सिंचाई वक्त भी काफी फायदेमंद साबित होगी इस बारिश से जमीन की नमी बढ़ेगी और पौधों को पानी की पूर्ति होगी सर्दी प्रारंभ होने के दौरान इस बारिश का यह पानी लगने से फसल की अच्छी बढ़त होती है जिससे फसल का उत्पादन बहुत ही अच्छा होता है कृषि व बागवानी से जुड़े एक सफल ने बताया कि क्षेत्र में लगभग सभी जगह पर रबी की फैसले बोई हुई है इसमें गेहूं सरसों चना पिलान प्रमुख है इन खेती के लिए यह अमृत समान है जिसमें से अब आगम में कुछ दिनों तक किसानों को सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ेगी उन्होंने बताया कि जैसे ही मौसम साफ होगा और औंस की बूंदें पड़ेगी उससे भी खेतों को पानी मिलेगा।