खरगोन जिला ब्यूरो विजेंद्र रोकडे
खरगोन – झिरन्या बुधवार को ब्लॉक के अतिथि शिक्षक संघ ने समय पर मानदेय न मिलने से बीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा । अतिथि शिक्षक से जुड़े शिक्षकों ने ज्ञापन के दौरान पत्र में ज़िक्र करते हुए लिखा कि ब्लॉक के अतिथि शिक्षकों का स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा अनुमोदन जुलाई में ही हो गया था । जिससे कि अतिथि शिक्षक जुलाई में आदेशानुसार स्कूलों में अपना अध्यापन कार्य करवाने लग गए थे । किंतु अतिथि शिक्षकों का अनुमोदन सहायक आयुक्त खरगोन द्वारा अलग-अलग दिनों में करने से कई अतिथि शिक्षकों का जुलाई माह का मानदेय न मिल सका । जबकि विगत वर्षों में स्कूल प्रबंधन समिति के अनुमोदन के आधार पर ही अतिथि शिक्षकों का मानदेय तय होता था । सहायक आयुक्त के अनुमोदन से ब्लॉक के कई अतिथि शिक्षकों को आर्थिक नुकसान हुआ हैं । इसके अलावा तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2 सितम्बर को भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड में अतिथि शिक्षकों के मानदेय वृद्धि की घोषणा की थीं । मानदेय वृद्धि के आदेश भी जारी हुए किन्तु ब्लॉक के किसी भी अतिथि शिक्षकों को बढ़े हुए मानदेय के रूप में अक्टूबर-नवंबर का मानदेय नहीं मिल सका जबकि पुराने मानदेय के रूप में अगस्त-सितम्बर माह का मानदेय ही मिल सका काम ज्यादा मानदेय ब्लॉक के कई अतिथि शिक्षकों को कम ज्यादा मानदेय मिला हैं । संकुल प्रभारी एवं ब्लॉक अधिकारी ने जिलें में देरी से अनुमोदन करवाया था । जिसका खामियाजा अतिथि शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा हैं । हेलापड़ावा संकुल में अतिथि शिक्षकों को मानदेय नहीं मिला हैं । ब्लॉक में लगभग 400 से ज्यादा अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं दोहरा रवैया से आर्थिक नुकसान शिक्षा विभाग द्वारा शाला प्रबंधन समिति के अनुमोदन दिनांक एवं राज्य शासन के पत्र अनुसार ही मानदेय दिया गया है । लेकिन जनजातीय कार्य विभाग द्वारा दोहरा रवैया क्यों किया गया हैं, जो समझ से परे हैं । फिर अतिथि शिक्षक संघ ने मांग की है कि शाला प्रबंधन समिति के अनुमोदन एवं राज्य शासन के निर्देशानुसार ही मानदेय दिया जाए । अन्यथा उग्र आंदोलन आगामी दिनों में किया जाएगा । जबकि जुलाई माह के मानदेय को लेकर एवं आज दिनांक को ज्ञापन देने संबंधी चर्चा एवं सूचना पूर्व में बीईओ को दे दी गई थी । ऐसी स्थिति में संस्था के लिपिक मंडलोई को ज्ञापन सौंपा गया । जिससे सभी अतिथि शिक्षकों में असंतोष व्याप्त हैं । ज्ञापन के दौरान बीईओ नदारद रहें