मात्र 24 घंटों में के भीतर नाबालिग किशोर को मथुरा से खोज निकाल पुलिस अधीक्षक गुना विजय कुमार खत्री द्वारा जिले में नाबालिग बालक- बालिकाओं पर घटित अपराधों को संवेदनशीलता से लेते हुये इन मामलों में त्वरित कार्यवाही कर अपहत अथवा गुम नाबालिगों की जल्द से जल्द दस्तयाबी हेतु अधीनस्थों को सख्त निर्देश दिये गये हैं। निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुना मान सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में गुना पुलिस द्वारा जिले से अपहृत अथवा गुम नाबालिगों को आये दिन दूर-दराज से खोज निकाल कर उन्हें उनके परिजनों से मिलाया जा रहा है। इसी क्रम में एसडीओपी धरनावदा युवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में जिले के धरनावदा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह चौहान एवं उनकी टीम द्वारा थाना क्षेत्र से गुम हुये एक नाबालिग बालक को मथुरा से खोज निकालकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। उल्लेखनीय है कि दिनांक 11 दिसंबर 2023 को पीडित बालक के पिता द्वारा धरनावदा थाना पुलिस को रिपोर्ट करते हुये बताया था कि दिनांक 10-11 दिसंबर 2023 की मध्य रात से उसका 16 वर्षीय नाबालिग पुत्र घर से बिना बताये कहीं चला गया है, जिसे उसके द्वारा हर संभावित जगह पर तलाश कर लिया लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चल पा रहा है, जिसकी रिपोर्ट पर से धरनावदा थाने में अपराध क्रमांक 507/23 धारा 363 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था। उक्त प्रकरण में अपहत नाबालिग किशोर की जल्द से जल्द दस्तयाबी हेतु धरनावदा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह चौहान द्वारा थाने से तत्काल पुलिस की एक टीम गठित कर अपहत बालक की तलाश हेतु लगाया गया। उक्त टीम द्वारा प्रकरण के अपहत बालक की सरगर्मी से तलाश की गई एवं इसमें विभिन्न तकनीकी संसाधनों की मदद ली गई, जिसके परिणाम स्वरुप अपहृत बालक के मथुरा में होने की जानकारी मिलने पर धरनावदा थाने से पुलिस की एक टीम मथुरा पहुंची और जहां से गत् दिनांक 13 दिसंबर 2023 को प्रकरण में अपहत बालक को सकुशल दस्तयाब कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।धरनावदा थाना पुलिस की इस कार्यवाही में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह चौहान, सउनि होरीलाल चौरसिया, आरक्षक सोनू जाटव एवं आरक्षक सत्येन्द्र गुर्जर की सराहनीय भूमिका रही है।