वोकल फॅार लोकल को मिलेगा बढ़ावा, आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर अग्रसर रेल मंत्रालय (रेलवे बोर्ड) के निर्देशानुसार सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में “एक स्टेशन एक उत्पाद“ योजना का विस्तार करते हुए रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान द्वारा डिजाइन किए गए स्टॉल स्थापित किये जा रहे हैं। इस योजना के तहत स्थानीय उत्पाद, हस्तशिल्पों हथकरघा सामग्रियों जैसे स्थानीय एरिया में प्रचलित उत्पाद, लकड़ी के खिलौने, हैंडलूम, शौपीस, साड़ियाँ इत्यादि को बढ़ावा देने के उदेश्य से भोपाल मण्डल के 14 स्टेशनों (हरदा, इटारसी, नर्मदापुरम, भोपाल, रानी कमलापति, विदिशा, गंज बासौदा, बीना, अशोक नगर, गुना, बानापुरा, शिवपुरी, रुठियाई एवं संत हिरदराम नगर) पर एक स्टेशन एक उत्पाद के एनआईडी डिजाइन के अनुरूप 20 स्टॉल स्थापित किये गए हैं। इनमें से 09 स्टॉलों पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री शुरू है, जबकि 11 स्टालों के लिए आवेदन आमंत्रित हैं। इनमें से भोपाल में 3, रानी कमलापति में 3, इटारसी में 2 तथा नर्मदापुरम में 2 स्टाल स्थापित किए गए है स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा और लघु उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई एक स्टेशन एक उत्पाद योजना को और लाभदायक बनाने के लिए रेल प्रशासन द्वारा इसकी स्थापना व आवंटन के नियमों में सरलता प्रदान की गयी है। बड़े स्टेशनों (एनएसजी-1 से एनएसजी-4 ) पर स्टॉल आवंटन हेतु 15 दिन के लिए रू1000 लाइसेंस फीस ली जा रही है, जबकि छोटे स्टेशनों (एनएसजी-5 और एनएसजी-6) पर रू 500/- प्रति 15 दिन लाइसेंस फीस ली जा रही है। बिजली का बिल अलग से देय होगा। नियमों मे यह सरलता स्टॉल संचालकों की सुविधा व लाभ के मद्देनजर की गई है ताकि वे इस योजना के अंतर्गत स्थानीय उत्पादों की बिक्री कर सकें इसके अतिरिक्त मंडल के 46 अन्य स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद के स्टॉलों की स्थापना शीघ्र करने की कार्यवाही चल रही है ज्ञात हो कि समाज के लिए एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में स्थानीय कारीगरों और कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य भारत सरकार के लोकल विजन के लिए वोकल को बढ़ावा देना, स्थानीय उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराना, रेल यात्रियों को भारत की समृद्ध विरासत और स्थानीय उत्पादों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करना, समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर सृजित करना, स्वदेशी/स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन, बिक्री और उच्च दृश्यता देना है मण्डल के रेलवे स्टेशनों पर लगाई गई एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल दूरदराज से आने वाले रेल यात्रियों को लगातार आकर्षित कर रही हैं। जहां यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर संबंधित क्षेत्र के प्रसिद्ध उत्पाद यात्रा के दौरान ही आसानी से मिलने लगे हैं, वहीं उत्पादकों की भी बिक्री होने लगी है