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स्लिमनाबाद तहसील के ग्राम महगवां में खुलेआम हो रहा मुरुम का अवैध उतखनन।

कटनी से लाइव इंडिया ब्यूरो चीफ जगदंबा पाठक की रिपोर्ट

जानकारी होने के बाद भी मायनिंग विभाग एवं तहसीलदार ने नहीं किया कोई कार्यवाही।

कटनी:-जिले के अनेक क्षेत्रों खासकर उप नगरीय और ग्रामीण अंचलों में जमीन के नीचे दबे खनिज संसाधनों का अवैधानिक रूप से दोहन जारी है। कोई अपने बाहुबल तो कोई धन बल और कोई राजनैतिक बल के सहारे इस अवैधानिक कार्य को अंजाम दे रहा है। अवैध रूप से मुरूम का बिना किसी तरह की अनुमति प्राप्त किए खनन करने और खनन क्षेत्र में मौजूद हरे-भरे पेड़ों का हनन करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। कहीं शिकायत तो अधिकांशत: निगरानी के अभाव में यह अवैधानिक कार्य हो रहा है। जहां मामला उजागर हो जाए तो उजागर करने वाले को ही गलत ठहरा कर अपनी गलती को छिपाने का भी प्रयास हो रहा है।

इस तरह का मामला स्लिमनाबाद तहसील के अंतर्गत ग्राम महगवां में सामने आया है। लिहाजा संतोष पिता रामकुमार हल्दकार का पेट्रोल पम्प बन रहा है। जिसपर तिहारी के जितेंद्र हल्दकार द्वारा अपनी जे सी बी लगाकर ग्राम महगवां में मुरुम का अवैध उतखनन कर पेट्रोल पम्प की फिलिंग के लिए परिवहन किया जा रहा है। सरपंच ग्रामपंचायत महगवां से बात करने पर पता चला की जमीन मालिक ने खेत समतलिकारण करने की एन ओ सी मांगी गई थी। सूत्रों से पता चला है की मायनिंग के किसी अफसर व तहसीलदार से साँठगांठ करके जे सी बी संचालक द्वारा मुरुम का अवैध उतखनन किया जा रहा है। पेट्रोल पम्प निर्माण में फिलिंग के लिए मुरुम की आवश्यकता है लेकिन उसके लिए लीज सेंक्सन कराना पड़ता है। गौरतलब है की पैट्रोलपम्प संचालक ने पेट्रोलपम्प निर्माण के लिए मुरुम का खनन करवाया। लेकिन मुरुम खनन के संबंध में विभाग से लीज सेंक्सन नहीं कराया।

भले ही यह जमीन वन विभाग की नहीं है लेकिन नियमों के जानकार बताते हैं कि निजी भूमि से भी मुरूम खनन की अनुमति नहीं होती और निजी व्यक्ति तो मुरूम का खनन नहीं कर सकता। इसके विपरीत महगवां में यह कार्य हुआ है। उतखनन माफिया को यह नहीं पता कि सामान्य तौर पर मुरुम की खुदाई नहीं कर सकते। हां, तालाब और निजी जमीन की खुदाई से निकले मुरूम का खनन रॉयल्टी जमा करने के बाद किया जा सकता है लेकिन जहां-जहां खुदाई हो वहां तालाब गहरीकरण या निजी भूमि को खेती योग्य बनाने के संबंध में अनुमति भी लेना जरूरी है। बिना अनुमति के न तो मुरूम निकाल सकते हैं और न ही बेच सकते हैं। इस तरह बड़े पैमाने पर मुरुम का अवैध उतखनन कर पेट्रोलपम्प निर्माण में उपयोग किए गए मुरूम की रॉयल्टी भी जमा नहीं कराई गई। इसी तरह पर्यावरण विभाग से अनुमति लिए बगैर ही मुरूम की अवैध खुदाई की गई।इस तरह से पेट्रोलपम्प संचालक द्वारा अवैध मुरुम से पेट्रोलपम्प की फिलिंग की जा रही है।इस संबंध में स्लिमनाबाद तहसीलदार राजकुमार नामदेव से बात करने पर उन्होंने कहा की मेरे संज्ञान में नहीं है में पता लगता हूँ। शायद किसी ने एस डी एम महोदय के यहाँ मुरुम उतखनन के लिए आवेदन किया था। लेकिन सूत्रों का कहना है की इसके पूर्व तहसीलदार, आर आई पटवारी द्वारा काम बंद कराया गया था। लेकिन ऐसा लगता है की अधिकारीयों की साँठगांठ से मुरुम का अवैध उतखनन किया जा रहा है। लिहाजा ग्रामीणों ने कलेक्टर कटनी से मांग की है की इसकी जाँच कर संबंधित व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही की जाये एवं जे सी बी को जब्त किया जाये।

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Author: liveindia24x7