Live India24x7

प्रश्नों पर सवाल:किताबों में कोठारी आयोग के अध्यक्ष दौलत सिंह कोठारी हैं, परीक्षा में यह ऑप्शन था ही नहीं, बोर्ड ने माना-दातार सिंह

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित लेवल-2 के हिंदी के पेपर में अभ्यर्थियों ने 10 से अधिक सवालों पर आपत्ति लगाई है। बोर्ड ने 22 मार्च तक आपत्तियां मांगी थी। अब बोर्ड की एक्सपर्ट कमेटी आपत्तियों की जांच करेगी और अभ्यर्थियों की ओर से उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों को देखेगी। अभ्यर्थियों ने हिंदी के पेपर में मास्टर प्रश्न पत्र की प्रश्न संख्या 12, 45, 71, 122, 131, 148 सहित कई सवालों के जवाब पर आपत्ति दर्ज कराई है।

इन सवालों पर लगाई यह आपत्ति;किताबों से परे दिए गए हैं उत्तर
प्रश्न संख्या 12
 – इसमें सवाल हिंदी और अंग्रेजी में अलग-अलग है। सवाल में वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार राजस्थान में वह जिला, जहां शहरी जनसंख्या सर्वाधिक रही है? पूछा है। जबकि अंग्रेजी के अनुवाद में परसेंटेज लिखा है, जो हिंदी में नहीं है।
प्रश्न संख्या 45 – इसमें पूछा है कि कोठारी आयोग के अध्यक्ष थे। अभ्यर्थियों ने दावा किया कि इसका जवाब दौलत सिंह है, जबकि बोर्ड ने दातार सिंह माना है। दौलत सिंह ऑप्शन में ही नहीं है।
प्रश्न संख्या 71 – इसमें AREA अंग्रेजी शब्द के लिए हिन्दी पारिभाषिक शब्द पूछा है? आंसर की में अंचल सही माना है, जबकि हिंदी ग्रंथ अकादमी की किताब में क्षेत्र दिया हुआ है।
प्रश्न संख्या 122 – इसमें पूछा है कि निम्नलिखित में स्त्रीलिंग शब्द नहीं है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इसमें डिब्बा सही है, जबकि किताबों में युवा को भी स्त्रीलिंग नहीं माना है। इसलिए दोनों सही हो सकते हैं।
प्रश्न संख्या 131 – इसमें कार्ड पर लिखे शब्दों का चित्रों के साथ मिलान करने का कार्य किस विधि में किया जाता है? उसमें साहचर्य विधि को सही माना है, लेकिन अभ्यर्थियों का दावा है कि इसका जवाब मोंटेसरी विधि होना चाहिए। किताबों में भी यही दिया गया है।
प्रश्न संख्या 148 – सवाल में पूछा है कि COBOL में CO क्या दर्शाता है? इस शब्द का फुल फॉर्म कॉमन बिजनेस ओरिएंटेड लैंग्वेज है। इसका उत्तर कॉमन ओरिएंटेड माना है, जबकि इन शब्दों के बीच में बिजनेस भी लिखा है। ऐसे में CO केवल कॉमन को दर्शाता है। कॉमन को सही माना जाए।

पेपर सेटर्स पर सवाल, भर्ती एजेंसियों की कमाई
एक साथ इतनी बड़ी संख्या में सवालों के जवाब पर आपत्तियां लगने से बोर्ड के पेपर सेटर्स की योग्यता पर सवाल खड़े होते हैं। साथ ही अभ्यर्थियों पर आर्थिक भार पड़ता है। उन्हें एक आपत्ति के लिए 100 रुपए देने होते हैं। ऐसे में अगर 10 सवालों पर भी आपत्ति है तो उन पर एक हजार रुपए का अतिरिक्त भार आ जाता है। अभ्यर्थियों ने हिंदी के पेपर में प्रश्न संख्या 91, 108, 66, 70 और 60 पर भी आपत्ति दर्ज कराई है। इन सवालों के जवाब को लेकर भी अभ्यर्थियों ने कई तरह के दस्तावेज बोर्ड को उपलब्ध कराए हैं।

अध्यापक भर्ती के हिंदी के पेपर में करीब 10 सवालों के उत्तर गलत है। बोर्ड ने इन सवालों के जवाब नहीं बदले तो प्रमाणों के आधार पर आंसर-की को सुप्रीम कोर्ट तक भी चुनौती दे सकते है। – डॉ. राघव प्रकाश, हिंदी विषय के विशेषज्ञ

जिन सवालों पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति की उनकी गहनता से जांच होगी। एक्सपर्ट कमेटी अभ्यर्थियों के दावों की जांच करेगी और अगर दावे सही मिले तो उसी आधार पर निर्णय होगा। – हरि प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड

liveindia24x7
Author: liveindia24x7