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भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर में गजब का भ्रष्टाचार सरपंच सचिव की मिलीभगत से 300 मीटर में 3 चेकडैम का निर्माण

कोतमा/ कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम बुढ़ानपुर में गजब का भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है। ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर में बनवाए जा रहे पुलिया और चेकडेम के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार का खेल हो रहा है। पुलिया और चेकडेम के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार खुलेआम मनमर्जी कर रहे हैं। लोग विरोध करते हैं तो ठेकेदार धमकी देने से भी बाज नहीं आते।

यह है मामला
यह मामला कोतमा जनपद की ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर का है। जिसमें शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर में गजब का भ्रष्टाचार सरपंच सचिव की मिलीभगत से बिचली नाला पुलिया निर्माण में नियम विरुद्ध तरीके से काम किया जा रहा है बिजली नाला में 3 पुलिया का निर्माण वर्तमान में हो रहा है। जो एक मनरेगा मद से लगभग 1500000 दो पुलिया निर्माण 15 में वित्त मद से निर्माण कार्य हो रहा है, गांव वासियों का आरोप है कि अभी हाल ही में बन रहे पुलिया निर्माण में मनोज नामक ठेकेदार के द्वारा भ्रष्टाचार तरीके से कार्य को कराया जा रहा है, गांव वासी मीडिया से चर्चा के दौरान बता रहे थे कि इस पुलिया निर्माण में जो अभी-अभी ढलाई हुई है। उसमे सीमेंट के जगह बड़े-बड़े बोल्डर डालकर ढलाई कराया गया है। और इस मोटी ढलाई में 8 एमएम का रॉड लगाया है। जिससे आगे चलकर कभी भी यह पुलिया ढह सकता है। बता दें कि बुढ़ानपुर पंचायत में बिचली नाले में पुलिया का निर्माण किया जा रहा है। जिसमे नाले की खुदाई का कार्य मनरेगा के तहत मजदूरों से कराना चाहिए वहीं जेसीबी के द्वारा किया जा रहा है। पुलिया के निर्माण में घटिया मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है। टेंडर में केवई के रेत का प्रयोग होता है लेकिन यहाँ के कुछ अधिकारियों की मिली भगत के द्वारा गांव के सड़क के रेत का प्रयोग किया जा रहा है।
गौरतलब है कि पुलिया और डैम निर्माण में क्वालिटी का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है, पुलिया के निर्माण में सीमेंट को कम तथा रेत की मात्रा को अधिक मिलाया जा रहा है।

300 मीटर में बना दिए 3 चेक डैम बगल में तलाब का पानी उफान मार रहा

ग्राम पंचायत बुढ़ानपुर में 300 मीटर में 3 चेक डैम का निर्माण हुआ है। जबकि बगल में तालाब का पानी उफान मार रहा है, ग्रामीणों ने बताया कि यह तीनों चेक डैम में से एक चेक डैम आज से 08-10 साल पुराना है लेकिन वर्तमान में बन रहे दो चेक डैम को बेवजह बना दिया गया है। ना यहां पर जल का रुकाव है और ना ही यहां पर चेक डैम की जरूरत थी। और यदि बनवाया भी जा रहा है। तो गुणवत्ता विहीन कार्य कराया जा रहा है। नीचे मोटी ढलाई जिसे नेह उसमें भी लीपापोती करके नीचे बड़े-बड़े बोल्डर डलवा दिए गए हैं ढलाई में लगने वाला गिट्टी भी किसी क्रेशर से नहीं आया है जो ढलाई के नीचे बड़े बोल्डर लगया गया हैं। उन्हीं बोल्डरो को लेबरो से तोड़वाकर ढलाई में उपयोग करने वाले बोल्डर को उसी पत्थर से ढाल दी गई। रेत की तो बात ही मत करिए गांव के बीच से गुजरने वाली सड़क से ही रेत उठवा कर और इस ढलाई में उपयोग किया गया है। जल संरक्षण एवं कृषि कार्यो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। पानी की लगातार बढ़ती किल्लत ने लोगों की परेशानी धीरे-धीरे बढ़ाना शुरू कर दिया है। अब सरकार जल संचय को लेकर गंभीर नजर आ रही है। साथ ही, लोगों को जल के संचयन को लेकर जागरूक करने का भी प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सरकारी योजनाओं के तहत जल संचयन व कृषि कार्य के लिए बनाए गए बड़े-बड़े चेकडैम के निर्माण में ठेकेदार ने जमकर लापरवाही बरती है। बुढ़ानपर पंचायत के बिचली नाला के पास में 15 लाख की लागत से 2 चेकडैम का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार ने अपना कमीशन रखकर कार्य करने का जिम्मा पेटी पर स्थानीय व्यक्ति को दे दिया है। नतीजा यह हुआ कि निर्माण कार्य को पूरा भी नहीं किया गया। चेकडैम के साथ बनने वाले पुलिया का निर्माण भी गांव वालो ने रोकवा दिया है। साथ ही एक चेकडैम का कार्य पूरा भी नहीं हुआ है और करीबन नौ लाख के करीब पैसा भी निकाल लिया गया है। वही दूसरा चेक डैम निर्माण में सफाई के नाम में झाड़ू भी नहीं लगा है और करीबन चेक डैम के डेढ़ लाख रुपए निकल गए। गांव वालों का आरोप है कि जब पहले से एक चेक डैम बना हुआ था फिर से 100 मीटर में दो चेक डैम क्यों बनवाए गए। इसकी क्या जरूरत थी इससे हमारे गांव को क्या फायदा होगा। बगल में 2 तलाब भरे हुए हैं किसी भी प्रकार कि ग्रामीणों को पानी का किसी प्रकार का समस्या नहीं हो रही है। फिर भी 300 मीटर में 3 चेक डैम निर्माण क्यों अपने आप में प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है, गांव वालों को कहना है की सरपंच और सचिव मिलकर इस भ्रष्टाचार कार्य में लगे हुए है।

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Author: liveindia24x7