Live India24x7

Search
Close this search box.

बिंदु हत्याकांड का मामला: मानस एकेडमी की तरफ से भी SP को दिया गया आवेदन

धार, ब्यूरो चीफ़ सुनील कुमार विश्वकर्मा

शेरगढ़ में 25 जनवरी को हुए बिंदुबना हत्याकांड मामले को लेकर गत दिनों मृतक पक्ष की ओर से पुलिस अधीक्षक व एसडीओपी को ज्ञापन दिया गया था। इसके बाद इसी मामले में मानस स्कूल प्रबंधन ने भी गत दिनो एसपी को आवेदन दिया है। जिसमे स्कूल प्रबंधक व उसके सदस्यों के खिलाफ लगातार लगाए जा रहे झूठे बयानों और आरोपों की निंदा की गई है।

 

स्कूल की तरफ से संचालिका गुंजन ठाकुर ने दिए आवेदन में बताया कि बिंदुसिंह की पत्नी या परिवार पर स्कूल प्रबंधन की ओर से कभी कोई दबाव नहीं डाला गया ओर न ही प्रबंधन की ओर से उनकी पत्नी को कोई कॉल किया गया। कभी अकेले में मुलाकात नहीं की गई व मानसिक प्रताड़ना देने के लिए कोई दबाव नहीं डाला गया, जैसा कि आरोपों में उल्लेख किया गया है। स्कूल इस दुखद घटना में शामिल नहीं है और स्कूल प्रबंधन और कर्मचारियों ने जांच में पूरा सहयोग किया। साथ ही, स्कूल ने स्वेच्छा से अपनी क्षमता अनुसार वित्तीय सहायता की पेशकश भी की थी। इस समय, स्कूल के पास इन निराधार आरोपों और धमकियों से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। कुछ लोगो द्वारा बेबुनियाद व मनगढ़त आरोप लगाकर हमारी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। इसलिए इस मामले में तत्काल संज्ञान लिया जाए।

 

उधर इस मामले को लेकर मानस एकेडमी की संचालिका गुंजन ठाकुर से भी हमने विस्तार से चर्चा की।

 

सवाल- मेडम परिजनो ने हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की, आप क्या कहोगे ?

 

जवाब – हमे इस सीबीआई जाँच से कोई आपत्ति नहीं है, मांग है तो होना चाहिए जांच,

 

सवाल-घटना के दिन आपके स्कूल के कैमरे बंद थे क्या ?

 

जवाब-कैमरे चालू थे। उसी से दोषी पकड़ा गया है। वही बिंदु के साथ मोटरसाइकिल से गया था। कैमरे से ही दोषी के बारे में पता चला था। पुलिस हमारे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर उसी समय लेकर गई थी। कैमरे हमारे 24 घण्टे चालू रहते है। कैमरे बंद की बात गलत है।

 

सवाल-हत्याकांड में बार बार स्कूल का नाम क्यो आता ?

 

जवाब-कुछ लोग जानबूझकर मुद्दा बनाने का काम कर रहे है। हमे कुछ लोगो की भूमिका पर भी संदेह है, जो हमारे स्कूल से कंपीटिशन करने के लिए इस प्रकार बदनामी करने का प्रयास कर रहे है।

 

सवाल-मानस एकेडमी पर इसका कोई असर पड़ा ?

 

जवाब-बिंदु सर की मौत का जीतना दुख परिवार को हे, उतना दुख हमे भी है। एकेडमी के बच्चों के साथ ही पालकों को हमारे पर पूरा भरोसा है।

 

सवाल-पकड़ा गया आरोपी पिंटू को आपका निजी ड्राइवर बताया जा रहा ?

 

जवाब- नही, वह मेरा निजी ड्राइवर नही था। धार से एडमिन स्टाफ को लेकर आता था और वह स्कूल की अर्टिका गाड़ी चलाता था। साथ ही वह स्टाफ के अन्य सदस्यों को लाने ले जाने का काम भी करता था।

 

इस हत्याकांड को लेकर हमने कानवन थाने के टीआई रामसिंह राठौर से भी विस्तार से चर्चा करने के लिए प्रयास किया था। किन्तु व्यस्तता के कारण वे काल रिसीव नही कर पाए।

liveindia24x7
Author: liveindia24x7