लाइव इंडिया ब्यूरो संजय कुमार गौतम
चित्रकूट : डॉ बी आर के अंबेडकर जयंती समिति अंतर्गत भारतीय बौद्ध महासभा पंजीकृत उ.प्र. शाखा उत्तर प्रदेश चित्रकूट के तत्वाधान में संविधान निर्माता भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉक्टर बी आर अंबेडकर की 133वीं जयंती समारोह प्रातः 9:00 बजे पटेल तिराहा से गाजे बाजे व घोड़े बग्घी के साथ शोभायात्रा का शुभारंभ तिरत्न पंचशील बुद्ध वंदना के साथ प्रारंभ की गई ।कार्यक्रम के अध्यक्षता डा. ज्ञानचंद बौद्ध द्वारा की गई कार्यक्रम का उद्घाटन त्रिसरण पंचशील बुद्ध वंदना के साथ बौद्ध भिक्षु एवं गया प्रसाद बौद्ध द्वारा सभी उपस्थित धम्म बन्धुओं को कराया गया इसके बाद पाली भाषा का हिंदी अनुवाद कर लोगों के समक्ष रखना त्रिरत्न -बुद्ध -दुख मुक्ति का रास्ता। धम्म- दुख मुक्ति का मार्ग त्रिसरण पंचशील अष्टांगिक मार्ग न्याय स्वतंत्रता क्षमता और बंता एवं एक मानव दूसरे मानव के साथ व्यवहार की शिक्षा संघ बुद्ध मार्ग पर चलने वालों का समूह तथा समाज में फैली कुरीतियों जैसे अशिक्षा दहेज अंधविश्वास आडंबर पाखंड नशाखोरी को त्याग कर शीलों का पालन करे। और डॉक्टर अंबेडकर के विचारों को अमल करने हेतु कहा समाज में शिक्षा ही समानता ला सकती है ,जब मनुष्य शिक्षित हो जाता है उसमें सोचने की शक्ति पैदा हो जाती है तब वह ना खुद पर अत्याचार सह सकता है और ना दूसरों पर अत्याचार होते देख सकता है। कार्यक्रम में प्रज्ञा बौद्ध, छात्रा ने डॉक्टर अंबेडकर जीवन संघर्ष पर गीत प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में आलोक बौद्ध ने अपने भाषण में बाबा साहेब के जीवन संघर्ष जीवन परिचय विस्तार पूर्वक रखा और कहा कि खुद बाहर बैठकर शिक्षा अध्ययन किया, गरीब वंचित समाज एवं सर्व समाज के बच्चों के लिए 6 से 14 वर्ष के बच्चों को निशुल्क अनिवार्य शिक्षा का संविधान में प्रावधान किया ,हमें पढ़ने लिखने बोलने का हक अधिकार दिलाया । बाबा साहब ने अपने चार-चार बच्चों की कुर्बानियां समाज के लिए दिया हमें उनके त्याग बलिदान को नहीं भूलना चाहिए समाज में सभी वर्गों की महिलाओं के लिए अधिकार दिलाए, बाबा साहब ने अनुच्छेद 340 में ओबीसी ,अनुच्छेद 341 में एससी, अनुच्छेद 342 में एसटी को आरक्षण का प्रावधान संविधान में किया। हमें उनके बताए मार्ग पर चलकर मान सम्मान स्वाभिमान की जिन्दगी जी सकते हैं।गार्गी गुप्ता भरतकूप की छात्रा ने संविधान की प्रस्तावना उपस्थित समूह को दोहराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ज्ञानचंद बौद्ध ने कहा कि डॉ आंबेडकर के विचारों को अमल करें एवं उनके द्वारा लिखित संविधान को हर घर में होना अनिवार्य है और सभी लोगों संविधान पढ़ना चाहिए बाबा साहब ने अपने अंतिम समय में अंतिम पुस्तक भगवान बुद्ध उनका धर्म पुस्तक को लिखा था जो बहुत ही महत्वपूर्ण पुस्तक है ,मानव को जीवन जीने की शिक्षा देता है उस पुस्तक को हमें अपने घर में रखना चाहिए और परिवार को पढ़ना चाहिए तथा बाबा साहेब के बताए मार्ग कोअमल करना चाहिए ।बाबा साहब ने अपने अंतिम समय में 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में 5 लाख अनुयायियों के साथ 22 प्रतिज्ञाओं को लेकर बौद्ध धर्म स्वीकार किया, तथा हमें एक रास्ता देकर इस दुनिया से विदा हो गए हमें उनका विचारों को अमल करना चाहिए कार्यक्रम को दिनेश कुमार , मतगंजन प्रसाद ,इंजीनियर गिरीश माहौर, दिनेश कुमार सनेही, माता प्रसाद पूर्व शिक्षक,सुंदरलाल, इंजीनियर गुरु प्रसाद आदि ने संबोधित किया कार्यक्रम में डॉक्टर अंबेडकर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता परीक्षा में सफल परीक्षार्थी, प्रदेश एवं जनपद में स्थान प्राप्त छात्रों को पुरस्कार किया गया। प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली कुं. कीर्ति मिश्रा ,राजकीय अभिनव इंटर कॉलेज सरधुवा को ₹7000 नगद धनराशि देकर पुरस्कार किया गया सान्तवना पुरस्कार में धर्मेंद्र यादव₹1000 नगद धनराशि पुरस्कार प्रदान की गई हर्ष पांडे , प्रिंसी सिंह राजकीय अभिनव इन्टर कालेज सरधुवा, रक्षा यादव भरतकूप को गार्गी गुप्ता भरतकूप, हिमांशु सरस्वती कमल रेशमा पडरी को जूनियर वर्ग में सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए सीनियर वर्ग में जनपद में प्रथम स्थान कीर्ति राज , भरतकूप, करण यादव gic सरधुवा, अनुज कुमार , चित्रकूट इन्टर कालेज, अंतिम कुमार पालेश्वर इन्टर कालेज पहाड़ी, स्वतंत्र कुमार पहाड़ी, अनीता तथा केंद्र स्तर पर तन्नू देवी को पुरस्कार प्रदान किया गया साथ ही मार्च 2024 को सेवा निवृत शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया जैनुलाब्दीन, बालकृष्ण चतुर्वेदी ,हेमेशचन्द्र श्रीवास्तव, दशरथ प्रसाद,बद्रीप्रसाद, चन्द्रभान, आदि को सम्मानित किया गया कार्यक्रम में शिव प्रसाद ,भैया लाल ,जाहर सिंह ,अभिषेक कुमार ,गणेश शंकर , शंकर दीन , कमलेश कुमार ,कपिल गौतम, राम लखन, विजय कुमार, चंद्र प्रकाश वर्मा, रेवती ,विमल कुमारबौद्ध, प्रेमलता ,गीता वर्मा नगीना कुमारी ,डॉक्टर सुदामा प्रसाद दीपक कुमार, संघमित्रा,, रोहित, रितिक, शिवनारायन वर्मा अजय कुमार त्यागी, सुरेश चंद्र,आदि हजारों महिलाएं, बच्चे, वृद्ध एवम् नौजवान लोग कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष सहयोग प्रदान किया,कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार वर्षा संचालक विश्व दीप सुमन ने किया।