धार , ब्यूरो चीफ़ सुनील कुमार विश्वकर्मा
धार , सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म पर कमलनाथ के भाजपा में जाने की ख़बर दिन भर चर्चा का विषय बना हुआ है अनेक कांग्रेस प्रेमी कार्यकर्ता और नेता एक दूसरे को फ़ोन लगाते हुए देखे गए अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल बनता हुआ दिखाई दे रहा है जिन्होंने दो महीने पहले उन्हीं कमलनाथ जी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिन रात एक कर दिया था उनको अचानक सोशल मीडिया पर लगातार मिल रही ख़बर के कारण यह जानने की उत्सुकता रही की कमलनाथ भाजपा में शामिल हो रहे हैं आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है अनेक सवाल उनके मन में उठ रहे हैं लेकिन हमारी ओर से हम बताना चाहते हैं कि राजनीति अथिरता का खेल है जो लोग चालाक होते हैं वे यह खेल खेलते हैं और जो सेवाभावी और समर्पित होते हैं वे अफ़सोस करते हैं ऐसा सिर्फ़ कांग्रेस में नहीं है सभी राजनीतिक दल में होता है और वर्तमान में चालाक नेताओं को अच्छे राजनीतिक की उपाधि सामान्यता आसानी से मिल जाती है सेवा समर्पण दलीय भावना विचारधारा अब कोई मायने नहीं रखती हैं जो जितना बड़ा नेता होता है उतना ही आसानी से अपने कार्यकर्ताओं को भुला देता है क्योंकि उसको सिर्फ़ कुर्सी पसंद है इसलिए हम किसी भी दल की विचारधारा से जुड़े हुए हैं लेकिन हमेशा हमारे आमजन से रिश्ते मधुरता पूर्ण होने चाहिए क्योंकि कुर्सी वाले लोग कुर्सी का खेल खेलते हैं और आमजन के जीवन की असली पूंजी आपसी संबंध होते हैं ना की राजनीति इसलिए हम चाहे अपना वोट कांग्रेस को दें या भाजपा को लेकिन हमारे आपसी संबंधों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए और यही सच्चा लोकतंत्र है