ग्रेटर नोएडा के दादरी तहसील स्थित रामगढ़ में करीब चार महीनों से चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन बुधवार (20 मार्च) को समाप्त हो गया. प्रशासन और किसानों के बीच चली कई दौर की बैठक के बाद यह धरना समाप्त हुआ. प्रशासन के सामने किसानों ने अपनी मांगें रखी थीं, जिस पर प्रशासन ने न्याय संगत निर्णय लेने का उन्हें भरोसा दिया. प्रशासन की अपील के बाद किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया. धरना स्थगित होने के बाद संभावना है कि अंसल हाईटेक टाउनशिप दादरी तहसील स्थित रामगढ़ में अपना काम फिर से शुरू करेगा. एडीएम एल ने कहा कि किसानों ने अपनी मांगें रखी थीं. उस पर विधि संगत फैसला किया जाएगा.
कंपनी के निदेशक विकास जैन ने किसानों द्वारा धरना समाप्त करने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि किसानों और रिएल एस्टेट सेक्टर के बीच हमेशा से तालमेल रहा है. किसान के सहयोग से ही हम घर और कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स तैयार करते हैं. धरना खत्म हो जाना हम सबके लिए हर्ष का विषय है. किसान हमारे अन्नदाता हैं, किसानों की भलाई से ही देश की भलाई संभव है.
किसानों की ये हैं मांगें
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रामगढ़ में किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा था. किसानों का कहना है कि ग्रामीणों की जमीन पर पूरा शहर बसा हुआ है. उसके बावजूद किसानों की मांगों को अनदेखा किया जाता है. आंदोलन में शामिल हुए बोड़ाकी, दातावली, रामगढ़, बील अकबरपुर और कैमराला चक्रसेनपुर के गांवों के किसान इस धरने में शामिल थे. किसानों का आरोप है कि उनके साथ न्याय नहीं हुआ है. किसान की मांग है कि पीड़ित किसानों द्वारा आंदोलन किए जाने पर वर्ष 2013 में ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा, 10 प्रतिशत प्लॉट, स्थानीय युवाओं को रोजगार, भूमिहीन किसानों को 40 मीटर के प्लॉट और क्योस्क में स्थानीय महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देना है, गांवों का किसानों का कहना है कि भविष्य में नए कानून के तहत सभी सुविधाएं देने के लिए किसानों के साथ समझौता हुआ था, लेकिन इस समझौते पर बात नहीं बनी.