डॉ.भीमराव अम्बेडकर कीर्ति सम्मान 2024 से सम्मानित किए जायेंगे दीपक कुमार सिंह गया
जिला के गुरुआ प्रखंड के नगवां गढ़ निवासी श्यामजी सिंह के पुत्र दीपक कुमार सिंह को अपनी पढ़ाई के साथ साथ सामाजिक कार्यों के प्रति निष्ठा,सर्वोत्तम योगदान ,सामाजिक न्याय की क्रांति,यूथ डेवलपमेंट,सामाजिक संस्थाओं के लिए क्रांति,विश्व शांति को बढ़ावा देने,युवाओं के द्वारा सतत विकास लक्ष्य(एसडीजी) को पूरा करने के प्रयासों,विभिन्न राष्ट्रों एवं उनके सांस्कृतिक विविधता के बीच सामंजस्य स्थापित करने,एकता और मानवाधिकारों की रक्षा करने,भारत में डॉक्टर आंबेडकर के विचारों को समाज में आगे बढ़ाने,गैर बराबरी,अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने जैसे रचनात्मक कार्यों को देखते हुए राजस्थान में भारतीय संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 134 वीं जयंती पर आयोजित दो दिवसीय महोत्सव 2024 (13 अप्रैल और 14 अप्रैल) में भारत रत्न डॉ.भीमराव अम्बेडकर कीर्ति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा इस अवसर पर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम का आयोजन भारत भूषण महंत श्री डॉ. नानक दास जी महाराज(पूर्व केंद्रीय टी बोर्ड सदस्य,भारत सरकार) द्वारा भीम सेवा समिति और सतगुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान के सहयोग से किया जा रहा है. जिसमे देश भर से 100 उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों अथवा संस्थाओं को चयनित किया गया है इस सफल आयोजन के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा,डॉ.भीमराव अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के निदेशक आकाश पाटिल और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत सरकार के अध्यक्ष किशोर मकवाना आदि के द्वारा हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाए भी दी गई दीपक कुमार सिंह ने बताया कि डॉ. अंबेडकर एक प्रसिद्ध राजनीतिक नेता,दार्शनिक,लेखक,अर्थशास्त्री,न्यायविद्,बहु-भाषाविद्,धर्म दर्शन के विद्वान,विचारक और एक समाज सुधारक थे,जिन्होंने भारत में अस्पृश्यता और सामाजिक असमानता के उन्मूलन के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया मैं बाबा साहब को कोटि कोटि नमन करता हु और भारत भूषण महंत श्री डॉ. नानक दास जी महाराज(पूर्व केंद्रीय टी बोर्ड सदस्य,भारत सरकार) को धन्यवाद करता हूं कि आपकी बोर्ड ने मुझे इस लायक समझा और मुझे भारत रत्न डॉ.भीमराव अम्बेडकर कीर्ति सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय लिया मैं पूरी कोशिश करूंगा की मैं अपने कर्त्तव्य,ईमानदारी,कठिन परिश्रम और दूरदर्शिता से बाबा साहब के आदर्शों पर चल कर भारतीय समाज को एक नई दिशा दूं