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समाधान नहीं तो चुनाव का बहिष्कार:पानी की समस्या का समाधान नहीं तो चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी 

ग्रामीणों में देखा गया जमकर आक्रोश

विधानसभा चुनाव में भी गांव के ग्रामीणों ने मतदान का किया था बहिष्कार

शहपुरा – शहपुरा जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत भिंपार में पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन किया। साथ ही समस्या का हल नहीं करने पर आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी। भिंपार ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर रविवार को गांव में ही ग्रामीणों द्वारा विरोध-प्रदर्शन किया।ग्रामीणो ने चेतावनी दी कि यदि पेयजल समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। मोहल्ला निवासी छोटी बाई ने बताया कि भिंपार में लगभग 5 वर्षों पूर्व केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन योजना के तहत करोड़ों खर्च कर गांव में ही पानी टंकी निर्माण कर पाइप लाइन का विस्तारिकन किया गया था पंचायत ठेकेदार से हैंडोवर भी ले लिया जबकि गांव में अभी नल कनेक्शन भी पूरी तरह तैयार नहीं है और ना ही अभी गांव में स्टैंड पोस्ट लगे हैं इसकी शिकायत आए दिन विभागीय अधिकारियों सहित जिला कलेक्टर तक दिया जा चुका है अभी तक गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत अपनी ग्रामीणों को नहीं मिला यही समस्या होने के बाद पिछले विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया था कि जब तक गांव में जल आपूर्ति नहीं होगी तब तक समस्त ग्रामीण मतदान नहीं करेंगे इसी उपरांत चुनाव के दिन पूरे ग्रामीण एकजुट होकर चुनाव का बहिष्कार किया दोपहर बाद तक ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे आनन फानन में पीएचई विभाग की टीम मौके पर पहुंची और समझाइश व उन्हें आश्वासन दिया गया कि चुनाव कंप्लीट होने के बाद आपके गांव में पेयजल समस्या का निदान किया जाएगा और गांव में बोर भी कराई जाएगी लेकिन गांव में बोरवेल तो हो गया लेकिन गांव में पानी अभी तक नहीं पहुंचा आखिर आश्वासन आश्वासन ही रह गया और अब ग्रामीण अपने आप को ठगी सा महसूस कर रहे हैं अब ग्रामीणों का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में तो अपने आप को हम ठगी महसूस के लिए लेकिन अब सर में लोकसभा चुनाव खड़ा है यदि चुनाव के पहले हमारे गांव में पानी की समस्या दूर नहीं होती है तो इस लोकसभा चुनाव का हम समस्त ग्रामीण मतदान का बहिष्कार करेंगे और हम कोई भी ग्रामीण मतदान नहीं करेंगे।

इसमें गत 5 वर्षों से जलापूर्ति बंद पड़ी है। ऐसे में पेयजल समस्या से ग्रामीण तथा मवेशी पूरी तरह से त्रस्त है। पीने के पानी के लिए ग्रामीणों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों को मजबूरन पीने का पानी के लिए दो से तीन किलोमीटर दूर नदी पोखरों का सहारा लेना पड़ रहा है और दूर-दूर से पीने के लिए पानी लाना पड़ रहा है। जिसकी वजह से उन्हें पेयजल समस्या के साथ आर्थिक संकट का भी सामना करना पड़ रहा हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार जलदाय विभाग के कार्मिकों अधिकारियों को मौखिक रूप व लिखित से भी अवगत कराया लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया।

इनका कहना है

विधानसभा चुनाव में हम ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था क्योंकि हमारे गांव में पानी की विकट समस्या बनी हुई है तदउपरांत विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचकर समझाईस देते हुए यह आश्वासन दिए की चुनाव की समाप्त होते ही आपके गांव में पानी की समस्या दूर कर दिया जाएगा लेकिन आज तक गांव में पानी की समस्या दूर नहीं की गई, और आज भी पानी की विकट समस्या हमारे गांव में बनी हुई है।

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Author: liveindia24x7