धार, ब्यूरो चीफ़ सुनील कुमार विश्वकर्मा
गधवानी ।गाँव बारिया में स्थित एक घर की छत पर अवैध हथियार निर्माण के लिए फैक्ट्री संचालित की जा रही थी। हथियार बनाने के लिए पडोसी जिले के सिकलीगरों को बुलाया गया था, ग्राइंडर, आरी की पत्ती जैसे उपकरणों का उपयोग करते हुए हथियार बनाए जा रहे थे। जिसकी सूचना मिलने पर साइबर क्राइम ब्रांच टीम सहित गंधवानी पुलिस ने दबिश दी, जहां पर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया ,पूरे मामले की विस्तृत जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शनिवार दोपहर के समय एसपी मनोज कुमार सिंह ने दी। पत्र परिषद में इस दौरान एएसपी डॉ इंद्रजीत बाकलवार, एसडीओपी आईपीएस अंकित सोनी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।इसी कड़ी में गंधवानी क्षेत्र के ग्राम बारिया में संयुक्त टीम ने दबिश दी। एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम ब्रांच गंधवानी क्षेत्र में पिछले 15 दिनों से सक्रिय थी। सूचना के आधार पर ग्राम बारिया में रहने वाले अमृत सिंह पिता मनोहर उम्र 28 साल के घर पर दबिश दी गई।आरोपी ने घर की छत पर ही एक कारखाना बना रखा था, छत पर टीन शेड में अवैध हथियारों का निर्माण किया जाता था। दबिश के दौरान पुलिस ने नानूसिंह पिता वीर सिंह उम्र 31 साल, सुरजसिंह पिता चंदरसिंह उम्र 38 साल व विकास पिता सुरजसिंह उम्र 18 साल को गिरफ्तार किया हैं।साइबर क्राइम ब्रांच प्रभारी सउनि भेरुसिंह देवड़ा के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हम सभी यहां अवैध हथियार बना रहे थे। आरोपी अमृत सिंह व सूरज सिंह ने बताया कि उनके द्वारा बनाए गए हथियार में कुछ हथियारों को हमने ग्राम बारिया स्टेडियम के पास नहर किनारे छुपाकर रखे है।आरोपियों की निशानदेही से धार पुलिस द्वारा 15 नग अवैध देशी 12 बोर के कट्टे ग्राम बारिया स्टेडियम के पास नहर किनारे से बरामद किए है। आरोपी अमृतसिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में, गंधवानी थाने व रतलाम जिले में भी प्रकरण दर्ज है। साथ ही आरोपी नानुसिंह पर भी आर्म्स एक्ट को लेकर खरगोन थाने पर दो प्रकरण पंजीबद्ध है।एसपी सिंह ने बताया कि हथियार बनाने की फैक्ट्री से उपकरणों में एक हाथ भट्टी, लोहे की हथोड़ी, ग्राइंडर काटने वाला, कनाश, आरी के पत्ते, लोहे का पाईप, छैनी आदि को विधिवत जब्त करते हुए गंधवानी थाने पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
चारों आरोपियो से कुल 22 नग अवैध 12 बोर के कट्टे व आर्म्स निर्माण फैक्ट्री के उपकरण जिसकी कुल कीमत 3 लाख 10 हजार रुपए की जप्त की गई है। एसपी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश कर रिमांड मांगा गया हैं, ताकि अवैध हथियार निर्माण के बाद किन लोगों को आरोपी उपलब्ध करवाते थे, इसके बारे में भी बारीकी से जांच की जा सके।