Jila buro Hukum Singh tekam
रायसेन l वर्तमान में बार-बार बदलते मौसम और गर्म हवाओं के कारण लू (तापघात) से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजनों को एडवायजरी जारी की गई। जिसके अनुसार भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी मौसमी दृष्टिकोण के अनुसार मई 2024 में तापमान औसत तापमान से अधिक होने की संभावना है। इसके कारण अधिकांश भागों में लू (तापघात) की स्थिति निर्मित हो सकती है। लू ताप घात के प्रभाव लक्षण एवं प्राथमिक उपचार जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों उपलब्ध है।
लू तापघात के लक्षण
लू के प्रभाव से सूर्यदाह, ताप के कारण शारीरिक ऐंठन, अत्याधिक थकावट एवं शारीरिक खिचाव और ताप दाह के लक्ष्ण त्वचा पर लाल चकता, सूजन, फफोले, बुखार, सिरदर्द, पैरों, पेट की मांसपेशियों अथवा शरीर के बाहरी भागों में शारीरिक ऐंठन बाहरी भागों में तकलीफदेह ऐंठन, अत्यधिक पसीना आना, कमजोरी महसूस होना, थकावट एवं शरीर ठंडा होना तथा पीला पड़ जाना, शारीरिक सिरदर्द, नब्ज कमजोर पड़ जाना मूर्छित हो खिचाव, उल्टी आना आदि लक्षण दिखाई देते है।
लू तापघात के प्राथमिक उपचार
लू प्रभावित को बार-बार नहलाना चाहिए। यदि फफोले निकल आए हो तो (ैनदइनतद) सिरदर्द आदि स्टरलाईज, ड्रेसिंग करें। प्रभावित को छायादार स्थल पर तत्काल ले जायें। ऐंठन वाले शरीर के भाग को जोर से दबायें तथा धीरे-धीरे सहलायें, प्रभावित को शीतल जल, छाछ अथवा पना पिलायें। यदि उकबाई आ रही हो, तो शीतल पेय पिलाना बन्द कर दें तथा तत्काल नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर ले जाऐं और तुरंत चिकित्सक दिखाये तथा प्रभावित को छायादार स्थल पर लिटाकर शरीर पर ठंडा एवं गीले कपड़े से स्पंजिंग करें। संभव हो तो उन्हें वातानुकूलित कमरे में ले जाऐं प्रभावित को शीतल जल, छाछ अथवा पना पिला यें यदि उबकाई आ रही है तो शीतल पेय पिलाना बन्द कर दें तथा तत्काल नजदीकी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर ले जाऐं। यह अत्यंत चिन्ताजनक एवं चिकित्सा की दृष्टि से आपात स्थिति है। तत्काल 108 को बुलायें तथा प्रभावित को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करायें । एम्बूलेंस आने तक उन्हें किसी शीतल वातानुकूलित स्थान पर लें जा यें। कपड़ों को ढीला कर आरामदेह स्थिति में लिटायें । उनके शरीर पर ठंडा एवं कीले कपड़े से स्पंजिंग करें। किसी भी प्रकार का पेय पदार्थ पीने को नहीं दें।
सावधानियाँ और लू से बचाव के उपाए
लू से बचाव के लिए पानी, छाछ ओआरएस का घोल या घर में बने पेय जैसे लस्सी, नीबू पानी आम का पना इत्यादि का सेवन कर तरो-ताजा रहें। यथा संभव दोपहर 12 से 03 बजे धूप में बाहर निकलने से बचें। धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें। कपड़े टोपी अथवा छतरी का उपयोग करें।धूप में निकलने से पूर्व तरल पदार्थ का सेवन करें। पानी हमेशा साथ रखें। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहने। सिथेटिक एवं गहरे रंग के वस्त्र पहनने से बचें। जानवरों को छाया में रखे और पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें।अत्यधिक गर्मी होने की स्थिति में ठंडे पानी से शरीर को पीछे या कई बार स्नान करें। धूप तथा गर्म हवाओं के संपर्क के तुरंत बाद स्नान न करें।गरिष्ठ, वसायुक्त ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन तथा अल्कोहल, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करें।