सरपंच के विरुद्ध लामबंद हुई महिलाएं,पद से हटाने की मांग कर सौपा ज्ञापन
खरगोन जिले के सेगांव विकासखंड की ग्राम पंचायत सेगांव के सरपंच के विरुद्ध कंचनपुरा की महिलाएं हुई लामबंद सरपंच को पद से हटाने जनपद पंचायत का घेराव कर खंड अधिकारी रमेश यादव को सौपा ज्ञापन।
दरअसल मामला सेगांव ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 19 का है। जहां पानी की समस्या को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं ग्राम पंचायत को जा रही थी। बीच मे ग्राम पंचायत के सरपंच शांतिलाल चौहान के द्वारा महिलाओं को रोक कर महिलाओं से चर्चा करते हुए महिलाओं ने अभद्रता करने व कलेक्टर कार्यालय जाने का कहते हुए गाड़ी करवा कर देने की बात कही।
ग्राम की सिमा बाई शंकर कन्नौजे,सुमन भारत,शिवकन्या मनोहर,ललिता नारायण राठौड़,वंदना गोविंद राठौड़,रिंकी मुकेश कन्नौजे,सुनीता कैलाश,सिमा कमल,चंपा ताराचन्द्र,जमना मुकेश ने सरपंच शांतिलाल हीरालाल चौहान पर आरोप लगाया कि बुधवार को सुबह करीब 11 बजे पानी की समस्या को लेकर ग्राम पंचायत जा रही थी। तभी सरपंच शांतिलाल ने बीच रास्ते मे रोककर पूछा कहा जा रहे हो हमने बताया कि ग्राम पंचायत का घेराव करने जा रहे है। तभी सरपंच द्वारा अभद्रता करते हुए कहा कि तुम्हारा बाप तो में हु। ओर सेगांव का बाप भी में हु। जाओ जहां जा सको कहो तो में आयशर गाड़ी करवा दु। कलेक्टर कार्यालय चले जाओ।
इतना बोलकर वहां से चला गया।
हम ग्राम पंचायत का घेराव कर लगभग 2 घण्टे रुके पर कोई जिम्मेदार नही आया। बाद में सूचना मिलने पर वार्ड के समाजसेवी विनोद गोयल व धीरज मिश्रा मौके पर पहुँचे व महिलाओं के दर्द को सुना। सचिव से चर्चा कर महिलाओं को आश्वासन दिया कि जल्द पानी की समस्या दूर होगी।
जिसके बाद महिलाएं जनपद पंचायत का घेराव करने पहुँची। जहां खंड पंचायत अधिकारी रमेश यादव के केबिन का घेराव कर सरपंच शांतिलाल हीरालाल चौहान के विरुद्ध शिकायत कर ज्ञापन के माध्यम से मांग करि की सरपंच द्वारा अभद्रता करने पर पद से हटाया जाए।
एक ओर सरकार लाडली बहना कह कर महिलाओं को सम्मान कर रही है वहा दूसरी ओर सरपंच का ऐसा रवैया कदापी उचित नही।
वही पानी की समस्या पर संबंधित पीएचई विभाग के इंजीनियर विनोद चौहान से फोन पर चर्चा कर समस्या की जानकारी प्राप्त की गई। व जल्द समाधान करने के निर्देश दिए।
महिलाओं ने प्रधानमंत्री नल जल योजना की शिकायत करते हुए बताया कि हर घर नल कनेक्शन नहीं होने से पानी के लिए परेशान होते है। जनप्रतिनिधियों द्वारा चुनाव में वोट मांगने घर घर आते है पानी क्यों नही देते।