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ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना पूर्ण करने दी गई दिसंबर 2024 की डेडलाइन

पाईपलाइन में टूट-फूट का संयुक्त विभागीय सर्वे 7 दिन में करें पूर्ण

महत्वाकांक्षी योजना की प्रगति की सांसद श्री गणेश सिंह ने की समीक्षा

लाइव इंडिया ब्यूरो चीफ तुलसीदास बैरागी 

सतना : सतना और मैहर जिले में घर-घर नल से जल पहुंचाने की जल जीवन मिशन की महत्वाकांक्षी सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह जलप्रदाय योजना की धीमी प्रगति पर सांसद श्री Ganesh Singh ने असंतोष प्रकट करते हुए दिसंबर 2024 में संपूर्ण जलप्रदाय योजना के कार्यों को पूर्ण कर लेने की डेडलाइन दी है। सर्किट हाउस सतना में शुक्रवार को सतना और मैहर जिला प्रशासन, जल निगम और अन्य निर्माण विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर सांसद श्री सिंह ने ग्रामीण समूह जलप्रपात योजना फेज 1 और फेज 2 के कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर कलेक्टर सतना श्री अनुराग वर्मा, अपर कलेक्टर मैहर श्री शैलेंद्र सिंह, महाप्रबंधक जल निगम नीरव अग्रवाल, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण बीआर सिंह, नर्मदा घाटी विकास से अजय सिंह सहित दूरसंचार, जिला पंचायत, एमपी आरडीसी, एनएचएआई, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, अल्ट्राटेक सीमेंट और कार्य एजेंसी लॉर्सन एंड ट्रूबो के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना की कार्यकारी एजेंसी लॉर्सन एंड ट्रूबो के अधिकारियों ने बताया कि 1135 करोड़ 96 लाख रुपए की प्रथम फेज की परियोजना का कार्य किया जा रहा है। जिसके निर्माण उपरांत योजना का संचालन-संधारण 10 वर्षों तक एजेंसी द्वारा ही किया जाएगा। परियोजना के तहत पांच विकास विकासखंडों में बिछाई गई पानी सप्लाई की लाइनों एवं संरचनायें विभिन्न शासकीय निर्माण विभागों के विकास कार्यों से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिसमें विभागीय तौर पर सर्वे कर क्षति का आकलन किया गया है और विभिन्न विभागों पर देनदारी निकाली गई है। अन्य विकास विभागों द्वारा क्षति के आकलन के सर्वे पर असहमति व्यक्त करने पर निर्णय लिया गया है कि जल निगम और उनकी एजेंसी तथा अन्य विकास विभाग बीएसएनएल, लोक निर्माण, ग्राम पंचायत, नगरीय निकाय, नर्मदा घाटी विकास, प्रधानमंत्री सड़क, जल संसाधन, एमपीआरडीसी, एनएचएआई और जल प्रदाय योजना के अधिकारी क्षतिग्रस्त स्थलों की संयुक्त विजिट सर्वे करेंगे। इसके उपरांत यदि विभाग की कमी से पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हुई है तो संबंधित विभाग रेस्टोरेशन की प्रतिपूर्ति करें। रेस्टोरेशन और मरम्मत का कार्य जल प्रदाय योजना की कार्य एजेंसी ही करेगी। सांसद श्री सिंह ने जल निगम के अधिकारियों द्वारा अन्य विभागों के बीच योजना की ड्राइंग, डिजाइन और कार्य योजना शेयर नहीं करने पर नाराजगी व्यक्ति की। उन्होंने कहा कि यह योजना अत्यंत विलंब से चल रही है। महत्वाकांक्षी योजना में अन्य विभागों से समन्वय कर रूकावटों का हल निकालना चाहिए। यदि विभागों के समन्वय में कोई कठिनाई है तो टीएल की बैठक में कलेक्टर के ध्यान में लानी चाहिए थी।

सांसद श्री सिंह ने कहा कि जल निगम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी अपनी संरचनाओं की क्षति का संयुक्त सर्वे कर आकलन कर लें और आपसी सामंजस्य के साथ तालमेल बिठाकर महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त रूप देने में गति प्रदान करें। संयुक्त सर्वे और क्षति के आकलन का कार्य एक सप्ताह की समय सीमा में पूरा करायें। सांसद श्री सिंह ने कहा कि जिले में सभी टाइमलाइन प्रोजेक्ट समय सीमा से बाहर जा रहे हैं। जल निगम ने अभी टंकियों का निर्माण भी पूर्ण नहीं किया है। जबकि कई जिलों में जल जीवन मिशन का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। सांसद ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में गति लायें और दिसंबर 2024 की डेडलाइन में संपूर्ण कार्य पूरा करें। जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन से घर के भीतर तक नल स्थापित कर कनेक्शन देना है। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि एक सप्ताह में सर्वे पूरा कर तीन माह के भीतर पाइपलाइनों के रेस्टोरेशन का कार्य पूरा करें। जल निगम की एजेंसी अपने कार्यों के अलावा दूसरे अन्य विभागों के लक्ष्य, शर्तें और विकास कार्यों को भी ध्यान में रखें।

सांसद श्री सिंह ने इस मौके पर एनएचएआई के अधिकारियों से मैहर-सतना टू लेन सड़क पर बिहटा, गोबरांव खुर्द में सर्विस लेन बनाने, सड़कों के ब्लैक स्पॉट को खत्म करने, मिचकुरिन में स्पीड ब्रेकर बनाने तथा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को सभी जल संरचनाओं एवं जलाशयों के गेट बरसात के बाद समय पर बंद करने के निर्देश दिए।

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Author: liveindia24x7