बिलासपुर में नशे के खिलाफ ऑपरेशन निजात का असर दिखने लगा है। बीते माह इस अभियान के तहत पुलिस ने 635 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 124 लोगों के खिलाफ गैरजमानतीय केस दर्ज कर उन्हें भेज भेजा गया है। ये सभी वो आरोपी हैं, जो जिले में गांजा, शराब सहित नशे का सामान बेच रहे थे। आबकारी और एनडीपीएस एक्ट की इस कार्रवाई में पुलिस ने 28 लाख रुपए कीमती नशे का सामान बरामद किया है।
एसीप संतोष सिंह ने जिले में कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही नशे के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है, जिसे ऑपरेशन निजात नाम दिया गया है। इसके तहत गांजा, शराब और नशे का सामान बेचने वालों की धरपकड़ कर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान को अब लोगों का सपोर्ट भी मिल रहा है। यही वजह है कि नशे का सामान बेचने वालों के खिलाफ लोग खुद होकर शिकायत कर रहे हैं।

132 किलो गांजा, 2 हजार 96 इंजेक्शन सहित नशे का सामान बरामद
एसपी संतोष सिंह ने बताया कि निजात अभियान के तहत बीते एक माह में 132 किलो गांजा, दो हजार 96 प्रतिबंधित नशीली इंजेक्शन, 294 कफ सिरप, 104 प्रतिबंधित नशीली टेबलेट, 15 ग्राम चरस व नशे का ट्यूब साल्यूशन जब्त किया गया। इसके साथ कोटपा एक्ट के तहत 11 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
ड्रंक एंड ड्राइव पर भी ताबड़तोड़ कार्रवाई
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन निजात को हर स्तर पर अमल में लाया जा रहा है। यहां तक ड्रंक एंड ड्राइव यानि की शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत अब तक 207 लोगों को नशा करके वाहन चलाते पकड़ा गया है। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों पर बैठकर नशा करने वाले 338 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

जनजागरूकता लाने भी चलाया जा रहा अभियान
इस अभियान के दौरान पुलिस की टीम 86 शैक्षणिक संस्थानों पर गई और 204 जगहों पर आम लोगों की बैठक भी ली गई है। इसमें लोगों को नशे से दूर रहने और नशे के कारोबारियों की जानकारी पुलिस के साथ साझा करने की अपील की गई है। इसके साथ ही पुलिस की टीम मोहल्लों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही है।

Author: liveindia24x7



