भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट पर शुक्रवार को एंटी हाईजैकिंग मॉक ड्रिल एक्सरसाइज हुई। यह ऑपरेशन रनवे पर किया गया, जिसमें यह अभ्यास किया गया कि कैसे रनवे पर आंतकवादी घुस आए और जवानों पर फायरिंग करने लगे। जवाबी कार्रवाई करते हुए एनएसजी, सीआईएसएफ, एयरफोर्स, एएआई, एटीसी, और पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाला। आतंकवादियों को मारने का ऑपरेशन दोपहर दो बजे से शुरू हुआ, जो ढाई बजे तक चला। इसमें एनएसजी ने तीन डमी आंतकवादियों को जिंदा पकड़ा। जबकि पांच आंतकवादियों को मार गिराया गया। इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व एंटी हाईजैकिंग कमेटी ने किया। यह अभ्यास सीआईएसएफ के स्थापना दिवस पर हुआ।
सीआईएसएफ डिप्टी कमाडेंट मान सिंह ने बताया कि यह हाईजैकिंग एक्सरसाइज थी। एटीसी से एयरपोर्ट से जुड़ी सुरक्षा एजेंसियों को विमान हाईजैक का मैसेज आया। लोकल कमेटी ने तुरंत ही सभी एजेंसियों को को-आर्डिनेट कर आपरेशन शुरू किया। टीम के कुछ लोग हाईजैकर बन गए। एनएसजी समेत तमाम एजेंसियों ने हाईजैकरों से बातचीत शुरू की। उन्होंने कुछ शर्त रख दी। समझौता के लिए दबाव बनाया। लेकिन, आपरेशन में लगी टीम ने आतंकियों को गुमराह कर बी-प्लान तैयार कर उन्हें ढेर कर दिया। विमान के साथ यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया। हाईजैकिंग की ड्रिल पर यह देखा जाता है कि किस प्रकार कार्रवाई की गई और प्रशासन तथा हवाई अड्डा उसमें कितना सक्षम रहा। मॉक ड्रिल में एसीपी सचिन अतुलकर, एनसीसी कमांडो मेजर अमन सूद, ओम प्रकाश पांडे, मान सिंह, एएसओ राम जी अवस्थी, निर्देशक हवाई अड्डा कर्नल मनोज तिवारी व अन्य कई हवाई अड्डा एवं प्रशासन के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।