वरिष्ठ अध्यापक भर्ती का पेपर लीक करने वाले आरोपी वाॅइस प्रिंसिपल शेर सिंह उर्फ अनिल मीणा को प्रमोट करने का मामला गरमा गया है। शेर सिंह अभी बर्खास्त है और उदयपुर जेल में बंद है। इसके बावजूद 26 मई को प्रिंसिपल बना दिया गया। मामले में राज्य सरकार ने सोमवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग बीकानेर के निदेशक आईएएस गौरव अग्रवाल को एपीओ कर दिया। हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही शिक्षा निदेशालय ने रविवार को अवकाश के बावजूद मीणा की पदोन्नति का आदेश वापस ले लिया था।
इधर, विभाग की तरफ से बताया गया है कि विभागीय पदोन्नति समिति की मीटिंग मार्च में हो गई थी। मीणा को विभाग ने अप्रैल में बर्खास्त किया था। सिरोही के महात्मा गांधी सरकारी स्कूल भावरी से बर्खास्त शेर सिंह का नाम 26 मई को जारी प्रमोशन सूची में 46वें नंबर पर था। सोमवार शाम को असिस्टेंट डायरेक्टर और प्रिंसिपल को भी सस्पेंड कर दिया गया।
- असिस्टेंट डायरेक्टर प्रीति जालोपिया के सेक्शन से ही रिपोर्ट गई थी कि किसी के खिलाफ विभागीय जांच शेष नहीं। संदीप जैन के अनुभाग से पदोन्नति का कार्य हुआ। प्रिंसिपल हरीश परमार ने शेर सिंह का नाम वेबसाइट से नहीं हटाया था।
2014 बैच के आईएएस गौरव 4 बार एपीओ हो चुके
- राजस्थान में 2014 बैच के आईएएस अधिकारी गौरव अग्रवाल 9 साल की सेवा में चौथी बार एपीओ हुए हैं। टोंक कलेक्टर रहे गौरव को पहली बार 2019 में जोधपुर जेडीए में कमिश्नर रहते एपीओ किया गया था। टोंक के बाद वे छुट्टी पर चले गए। इससे पहले और एक साल बाद छुट्टी से लौटने के दौरान वे एपीओ रहे। पिछले साल 13 अप्रैल से वे शिक्षा निदेशालय में निदेशक थे।

Author: liveindia24x7



