Live India24x7

Search
Close this search box.

जेसीबी मशीन से ग्रेवल सड़क का हो रहा निर्माण पहले से बनी थी सड़क, अब दोबारा बना रहे ग्रेवल रोड

कोतमा ग्राम पंचायत निगवानी में बनाई जा रही ग्रेवल रोड को लेकर ग्रामीणों ने अनियमितता किए जाने का आरोप लगाया है। ग्रेवल रोड के लिए पंचायत मद से जारी की गई राशि में हेर-फेर किए जाने की बात ग्रामीणों ने कही है। ग्राम पंचायत निगवानी में जिम्मेदारों की कार्यशैली पर ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं। यहां लगभग 1 किलोमीटर के मार्ग पर जहाँ पहले भी मुर्मी करन सड़क का निर्माण कुछ वर्ष पहले ही विभाग के द्वारा कराया गया था। उसी मार्ग पर ग्राम पंचायत एजेंसी ने पुन: निर्माण कराकर जारी की गई लगभग 15 लाख की राशि में सेंध लगाने का काम कर रही है। बताया गया कि एक बार सड़क निर्माण होने के बाद 15 वर्ष तक उसी सड़क पर नया निर्माण कार्य नहीं कराया जाता है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने ग्रेवल रोड के नाम पर पंचायत की राशि को इधर-उधर करने ग्रेवल रोड का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वरिष्ठ अधिकारियों यदि ग्रेवल रोड निर्माण की निष्पक्ष जांच कराएं तो सच्चाई सामने आ सकती है। ग्रेवल रोड निर्माण में जीएसबी के नाम लाल मिट्टी का उपयोग किया गया है जिसकी मोटाई भी तय मापदंड के विपरीत है। ग्रेवल रोड से जुड़ी जानकारी को छिपाने का प्रयास करते हुए निर्माण स्थल पर किसी भी तरह का सूचना बोर्ड आज तक नहीं लगाया गया है। ग्रेवल रोड की गुणवत्ता कार्य का तकनीकी रूप से देखरेख करने वाले उपयंत्री की कार्य शैली पर सवाल उठ रहे हैं। इन दिनों जिलेभर में ग्रेवल रोड निर्माण में गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे है।

जेसीबी मशीन से ग्रेवल सड़क का हो रहा निर्माण

कोतमा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत निगवानी में ग्रेवल सड़क बन रही है। यहां पंचायत द्वारा प्रतिबंध के बावजूद उपयंत्री की जानकारी में जेसीबी मशीन का उपयोग किया जा रहा है जो नियम के विपरीत है। श्रम आधारित कार्य में पंचायत मनमानी करते हुए मशीन का इस्तेमाल कर रही है। मामले की शिकायत ग्रामीणों द्वारा सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कराई गई है।

सीएम हेल्पलाइन में हुई शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि जब सरपंच, सचिव से मशीनों से कार्य कराए जाने के संबंध में कहा गया तो सही जानकारी नहीं दी गई। बताया गया पूरे मामले की जानकारी जिस उपयंत्री की देखरेख में काम हो रहा है उन्हें भी है। ग्रामीणों का कहना है कि मशीनों से कार्य लेने की जानकारी जनपद अधिकारियों को पूरी तरह से है। मशीनों से कार्य कराए जाने पर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी है। जिसमें मजदूरों को पूरी मजदूरी न की जानकारी देकर जांच कार्रवाई की मांग रखी है। सरपंच द्वारा जेसीबी लगाकर ग्रेवल मार्ग का कार्य कराया जा रहा है।

ग्राम पंचायत की लाखो रुपए की राशि का दुरूपयोग।

ऐसे तो हमारे देश में सड़कों की हालत काफी खस्ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण के लिए आम जनता जनप्रतिनिधियों के आगे कई दफा हाथ-पैर मारती है,तब जाकर के उनको आवागमन के लिए एक अच्छी सड़क नसीब होती है। लेकिन ग्राम पंचायत निगवानी को , लगता है पैसों का खजाना हाथ लग गया है। लगभग 1 किलोमीटर के मार्ग पर जहां कुछ वर्ष पहले ही मुरूम सड़क का निर्माण किया जा चुका है। उसी मार्ग पर ग्राम पंचायत एजेंसी ने पंचायत मद की राशि से लगभग 15 लाख की लागत की सड़क बनवा दी। यूँ तो सालों साल सड़कें खस्ताहाल पड़ी रहती हैं। गड्ढो को भरवाने तक का काम नहीं किया जाता, लेकिन यहां की ग्राम पंचायत ने नियमों को ताक पर रखकर इतनी कम अवधि में अच्छी सड़क पर एक नई ग्रेवल सड़क का निर्माण कर दिया।
इस मार्ग पर पहले से बनी सड़क का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा मुरूम सड़क निर्माण कराया गया था। अच्छी सड़क के ऊपर ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने पंचायत के लाखों रुपए खर्च कर लाल मिट्टी से सड़क बनवाकर मिट्टी पलीत कर दी है। मामले में उपयंत्री की भूमिका संदेहास्पद लग रही है। तय मानकों में सड़क का निर्माण ना होना तथा निर्माण स्थल पर किसी तरह का सूचना बोर्ड ना होना उपयंत्री की संदिग्ध कार्यशैली की ओर इशारा कर रहा है। मामला गंभीर है। पंचायत की लाखों रुपए की राशि इस तरह व्यर्थ हो रही है। आला अधिकारियों को मामले की जांच कर जल्द कार्यवाही करनी चाहिए।

liveindia24x7
Author: liveindia24x7