शहर में बुधवार काे भी आरटीएच के विराेध में प्राइवेट डाॅक्टर्स की हड़ताल जारी रही। संघर्ष समिति के बैनर तले डॉ. नीलम खंडेलवाल का अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। उनका मेडिकल मुआयना किया गया। वजन करीब एक किलो कम हुआ है। अन्य सभी जांचें सामान्य हैं।
उनके साथ डॉ. यशस्वी गौतम, डॉ. प्रियदर्शन शर्मा और डॉ. हेमंत दाधीच भी अनशन पर बैठे। इस क्रम में सभी चिकित्सकों ने मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रेशन पत्र जलाए। 5 दिन में हड़ताल से शहर के निजी चिकित्सा क्षेत्र को करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। राज्यभर में यह आंकड़ा 200 करोड़ के करीब हाे चुका है।
ये भी बताया कि इस बिल में साफ हवा, पानी, भोजन, रोजगार, मानसिक स्वास्थ्य का कोई ताना बाना न होने से ये स्वास्थ्य का अधिकार न होकर सिर्फ चिकित्सा सेवा प्रदाता चुनने का अधिकार है। चिकित्सकों ने जनहित में सरकार से बिल निरस्त करने की मांग की। चिकित्सकों ने चेतावनी दी कि सरकार की हठधर्मिता के आगे वे झुकने वाले नहीं हैं।